राष्ट्र के नाम प्रधानमंत्री के अभिभाषण की सबसे ख़ास बात क्या है? संभवतः पहली बार उन्होंने अपनी किसी भूल को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है। उन्होंने बहुत स्पष्ट कहा कि देश को किसी भी सूरत में लॉकडाउन से बचाया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को अंतिम विकल्प मानने की सलाह राज्य सरकारों को ऐसे समय दी है जब कुछ जगहों पर लॉकडाउन लगाया गया है और कुछ जगहों पर लगाने की बात चल रही है।
बीजेपी ने भी प्रधानमंत्री समेत बाक़ी नेताओं की रैलियों में भीड़ की संख्या पाँच सौ तक रखने की बात कही है। लेकिन न तो उसने किसी रैली में कटौती की बात कही है और न ही भीड़ को पाँच सौ तक सीमित रखने का कोई फ़ॉर्मूला बताया है।
कोरोना संकट के बीच कुंभ को प्रतीकात्मक रखने की प्रधानमंत्री मोदी की प्रार्थना पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ने लोगों से आग्रह किया है कि कोरोना के हालात के मद्देनज़र लोग भारी संख्या में कुंभ में स्नान करने नहीं आएँ।
देश में कोरोना संकट के बीच कुंभ मेले के आयोजन के लिए सरकार और प्रधानमंत्री की आलोचनाओं के बीच अब पीएम मोदी ने कहा है कि कुंभ अब प्रतीकात्मक तौर पर ही जारी रखा जाए।
नरेंद्र मोदी की चाय दुकान से प्रधानमंत्री बनने तक के सफ़र और उनकी कामयाबी से प्रेरणा लेकर उत्तर प्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर की रहने वाले मीनाक्षी ने भी ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने का निर्णय लिया और राजनीति में कूद पड़ीं।
लोगों की यह जानने की भारी उत्सुकता है कि बंगाल चुनावों के नतीजे क्या होंगे? ममता बनर्जी हारेंगी या जीत जाएँगी? सवाल वास्तव में उलटा होना चाहिए। वह यह कि बंगाल में नरेंद्र मोदी चुनाव जीत पाएँगे या नहीं?
ममता पर धर्म के आधार पर वोट मांगने, नफ़रत फैलाने समेत कई आरोप हैं। पीएम मोदी ने कहा था कि अगर वे कहेंगे कि ‘हिन्दुओं एक हो जाओ’ तो उनके पास चुनाव आयोग के 8 से 10 नोटिस आ जाएँगे। ममता को चुनाव आयोग का नोटिस तो मोदी को क्यों नहीं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में लगवा ली। उन्होंने पहली खुराक 1 मार्च को एम्स में ही लगवाई थी।
दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी जब अपना 41वां स्थापना दिवस मना रही है, उस वक्त उसका सपना कोलकाता की राइटर्स बिल्डिंग में अपने मुख्यमंत्री को देखने का है।
देश में कोरोना पर बिगड़ते हालात के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में तेज़ी से फैलते कोरोना संक्रमण के अलावा देश में जारी कोरोना टीकाकरण अभियान की भी समीक्षा की गई।
तमिलनाडु में कई बार विरोध का सामना कर चुके प्रधानमंत्री मोदी की इस बार राज्य में चुनाव प्रचार करने की माँग बढ़ गई है! बीजेपी के विरोधी गठबंधन के दल डीएमके के नेता उनसे चुनाव प्रचार करने का आग्रह कर रहे हैं!
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पत्र के जवाब में पत्र लिखा, यह अपने आप में उल्लेखनीय बात है लेकिन 23 मार्च के पत्र का जवाब देने में उन्हें एक हफ्ता लग गया, यह भी विचारणीय तथ्य है।