Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। राज्यसभा में सरकार बोली- दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं। स्वास्थ्य मंत्री : हमने राज्यों से नहीं कहा कि वो कम मौतें दर्ज करें
‘ऑक्सीजन’ पर सुप्रीम कोर्ट ने एक फ़ैसला लिया, दिया नहीं! फ़ैसला यह है कि मोदी की केंद्रीय सरकार जिसने ऑक्सीजन के देशव्यापी वितरण के सारे हक़ अपने आपके लिए कर लिये थे, वह अपने काम को संतोषजनक ढंग से नहीं कर सकी।
कोरोना संकट के बीच देश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत को लेकर चल रही सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है। टास्क फोर्स में 12 सदस्य होंगे।
ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर केंद्र सरकार आज कर्नाटक हाई कोर्ट के एक आदेश के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में अपना केस हार गई। केंद्र ने कर्नाटक के लिए हर रोज़ ऑक्सीजन आवंटन को बढ़ाकर 1,200 मीट्रिक टन करने के आदेश पर रोक लगाने की मांग की थी
कोरोना संकट के बीच मेडिकल ऑक्सीजन की कमी के लिए लगातार आलोचनाओं का सामना कर रहे केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट से गुरुवार को फिर झटका लगा है। अदालत ने कहा है कि देश में ऑक्सीजन आवंटन में पूरी तरह फेरबदल की ज़रूरत है।
जब इतिहास यह सवाल पूछेगा कि इन चुनावों की कितनी क़ीमत लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई है, तो शायद इन लोगों के पास कोई जवाब नहीं होगा। जब इतिहास यह सवाल पूछेगा कि कुंभ में स्नान करने से कितनों की जान गयी तो कोई जवाब नहीं होगा?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।हरियाणा : 8 मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से मौत, जाँच के आदेश। हरियाणा : हिसार जिले में ऑक्सीजन की कमी से 5 की मौत!
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कोवीशील्ड की कीमत पर सीरम इंस्टीट्यूट: अभी भी है सस्ता । ऑक्सीजन के आयात पर अगले तीन महीने टैक्स छूट ।
ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर रेमडेसिविर इंजेक्शन तक की भयानक कालाबाजारी है। लोग लाख लाख रुपए में रेमडेसिविर खरीद रहे हैं और ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए दर-दर भटक रहे हैं। ऐसे में लोग एक-दूसरे का सहयोग कर रहे हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के बीच पिछले 24 घंटे में 25 मरीज़ों की मौत हो गई है
कोरोना के रिकॉर्ड संक्रमण के बीच देश इस समय एक अभूतपूर्व संकट से गुज़र रहा है। कर्णधारों को भनक नहीं लग पाई कि समूचा देश केवल एक साल के भीतर ही हारने लगेगा और वे मरने वालों की गिनती करते रह जाएँगे।
सालभर में ऑक्सीजन प्लांट भी क्यों नहीं लगा पाई सरकार? राजनीति अधिक ज़रूरी है या वोट देने वाले लोग? क्योंकि जिंदा रहे तो वो वोट भी देंगे सरकार! देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की धारदार चर्चा। Satya Hindi