बिहार में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण के बीच लॉकडाउन का फ़ैसला लिया गया है। बिहार के मुख्यमंत्री ने 15 मई तक के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है। हालाँकि लॉकडाउन के तहत किन-किन सेवाओं पर पाबंदी होगी और किन-किन सेवाओं को छूट होगी इसके बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश बाद में आएगा।
राज्य में कोरोना से बदतर होते हालात और चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर आलोचनाएँ झेलते रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लॉकडाउन की घोषणा ट्विटर पर की। उन्होंने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से कोरोना के हालात पर चर्चा करने के बाद यह फ़ैसला किया है।
कल सहयोगी मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ चर्चा के बाद बिहार में फिलहाल 15 मई, 2021 तक लाॅकडाउन लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके विस्तृत मार्गनिर्देशिका एवं अन्य गतिविधियों के संबंध में आज ही आपदा प्रबंधन समूह (Crisis management Group) को कार्रवाई करने हेतू निदेश दिया गया है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) May 4, 2021
सरकार ने यह निर्णय तब लिया है जब राज्य में आज एक दिन में 11,407 नए मामले आए हैं और 82 लोगों की मौत हुई है। राज्य में कुल संक्रमण के मामले 5.09 लाख से अधिक हो गये हैं और अब तक 2,800 से अधिक लोग मारे गए हैं।
बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेलगाम हो गई लगती है। गाँवों में तो बेहद बुरे हालात हैं। इसके साथ ही अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी की लगातार शिकायतें आ रही हैं। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए बिहार सरकार पर लॉकडाउन लगाने का दबाव बढ़ रहा था। विपक्षी दलों की ओर से तो दबाव था ही, पटना हाई कोर्ट ने भी सरकार से पूछा था कि वह लॉकडाउन लगाएगी या कोर्ट ही फ़ैसला ले ले।
कोरोना पीड़ितों के इलाज के संबंध में दायर जनहित याचिका पर सोमवार को सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने महाधिवक्ता से कहा था कि वह राज्य सरकार से बात करें और चार मई को बताएँ कि राज्य में लॉकडाउन लगेगा या नहीं? हाई कोर्ट ने कहा था कि अगर 4 मई को कोई निर्णय नहीं आता है तो हम कड़े फ़ैसले ले सकते हैं।
बता दें कि देश में सोमवार को 24 घंटे में साढ़े तीन लाख से ज़्यादा नये पॉजिटिव केस आए। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार एक दिन में 3 लाख 57 हज़ार 229 मामले आए और इस दौरान 3449 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही देश में अब तक कुल संक्रमित होने वालों की संख्या 2 करोड़ 2 लाख 82 हज़ार 833 हो चुकी है। भारत में अब तक 2 लाख 22 हज़ार 408 लोगों की मौत हो चुकी है।
देश में सबसे ज़्यादा मामले एक मई को आए थे। तब 24 घंटे में 4 लाख से ज़्यादा केस आए थे। इसके बाद से संक्रमण के मामले कम ही आ रहे हैं।
हालाँकि, सक्रिए मामलों की संख्या काफ़ी ज़्यादा हो गई है। देश में फ़िलहाल 34 लाख 47 हज़ार से ज़्यादा सक्रिय मामले हो चुके हैं।
पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में 48,621 केस आए हैं। इसके बाद कर्नाटक में 44,438 मामले, उत्तर प्रदेश में 29,052 मामले, केरल में 26,011 मामले और तमिलनाडु में 20,952 मामले आए हैं।
सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले इन पाँच राज्यों से ही आए हैं। कुल नए मामलों में से 47.33% केस इन पाँचों राज्यों से ही आए हैं। इसमें से अकेले महाराष्ट्र में 13.61% केस आए हैं।
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