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केजरीवाल के मंदिर जाने से ‘अशुद्ध’ हो गई हनुमान की मूर्ति?

अरविंद केजरीवाल के हनुमान मंदिर जा कर दर्शन करने पर राजनीति शुरू हो गई है। दिल्ली बीजेपी के नेता मनोज तिवारी ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे हनुमान की प्रतिमा अशुद्ध हो गई है। तिवारी ने कहा कि पंडित ने हनुमान की मूर्ति को कई बार धोया है। लेकिन, इस पर मंदिर के पुरोहितों की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
मनोज तिवारी ने कहा कि वह (अरविंद केजरीवाल) पूजा करने गए थे या हनुमान जी को अशुद्ध करने? एक हाथ से जूता उठा के उसी हाथ से माला लेकर...क्या कर दिया। जब नकली भक्त आते हैं तो यही होता है। मैंने पंडित जी को बताया... बहुत बार हनुमान जी को धोए हैं।
दिल्ली बीजेपी के प्रमुख ने कहा, ‘देखिए, चुनावी हनुमानभक्त केजरीवाल का सच। जिन हाथों से जूते उतारे, उन्हीं हाथों से फेंकी बाबा पर फूलों की माला।’
इसके पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘जब से मैंने एक टीवी चैनल पर हनुमान चालीसा पढ़ा है, बीजेपी वाले लगातार मेरा मजाक उड़ा रहे हैं। कल मैं हनुमान मंदिर गया। आज बीजेपी नेता कह रहे हैं कि मेरे जाने से मंदिर अशुद्ध हो गया। ये कैसी राजनीति है? भगवान तो सभी के हैं। भगवान सभी को आशीर्वाद दें, भाजपा वालों को भी। सबका भला हो।’ 

शुक्रवार को केजरीवाल कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर गए थे। उन्होंने वहाँ से निकलने के बाद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। इसके साथ ही केजरीवाल ने यह भी कहा था कि हनुमान जी ने कहा है कि वह अच्छा काम कर रहे हैं, ऐसा ही करते रहें, फल उन पर छोड़ दें, सब अच्छा ही होगा। 

सॉफ़्ट हिन्दुत्व!

इसके पहले एक टीवी चैनल पर केजरीवाल ने हनुमान चालीसा गा कर सुनाया था। इस पर उनका मजाक उड़ाया गया और उनकी आलोचना भी हुई। यह कहा गया कि केजरीवाल बीजेपी की धार को कुंद करने के लिए वैसा ही सॉफ़्ट हिन्दुत्व अपना रहे हैं जैसा आम चुनाव के पहले कांग्रेस के राहुल गाँधी ने किया था।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि बीजेपी ने जिस तरह शाहीन बाग का मुद्दा उठा कर ध्रुवीकरण कर दिया, उसे रोकने के लिए आम आदमी पार्टी ने हिन्दुत्व की यह लाइन ली है। आम आदमी पार्टी की इस लाइन को इस तरह समझा जा सकता है कि केजरीवाल और पार्टी के दूसरे लोग जान बूझ कर शाहीन बाग आन्दोलन पर चुप थे। कई दिनों के बाद और कांग्रेस के तंज के बाद मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया था कि वह शाहीन बाग की महिलाओं के साथ हैं।
लेकिन सवाल यह है कि क्या केजरीवाल के हनुमान मंदिर जाने और दर्शन करने से मतदाताओं का रुझान उनकी पार्टी की ओर होगा? क्या पार्टी को इससे कोई सियासी फ़ायदा होगा?
यह सवाल इसलिए भी अहम है कि केजरीवाल ने पहले कहा कि जितना फ़ायदा केजरीवाल दे रहे हैं, उनकी सरकार उसका पाँच गुने देगी। पर बाद में पार्टी ने शाहीन बाग को मुद्दा बनाया। इसने योगी आदित्यनाथ जैसे फ़ायरब्रांड नेताओं को बुलाया। योगी ने कहा कि केजरीवाल शाहीन बाग की महिलाओं को बिरियानी खिला रहे हैं और ये महिलाएं कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन करती हैं।
बीजेपी ने ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को’, ‘शाहीन बाग के लोग घरों में घुस कर बलात्कार करेंगे’, ‘बिरियानी’, ‘पाकिस्तान’ जैसे मुद्दा उठा कर आम आदमी पार्टी के विकास के मुद्दे को बहुत ही पीछे छोड़ दिया। ऐसा लगने लगा कि बीजेपी को इससे बढ़त मिल सकती है। इस परिप्रेक्ष्य में केजरीवाल के हनुमान चालीसा और हनुमान मंदिर के दर्शन की बात समझी जा सकती है। 

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क़मर वहीद नक़वी

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