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शीला दीक्षित बनीं दिल्‍ली कांग्रेस की अध्यक्ष

लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित दिल्‍ली कांग्रेस की नई अध्‍यक्ष बनाई गई हैं। पार्टी के दिल्ली मामलों के प्रभारी पीसी चाको ने इसकी घोषणा की। अध्यक्ष के साथ ही देवेंद्र यादव, राजेश लिलोथिया और हारून युसूफ़ को कार्यकारी अध्‍यक्ष बनाया गया है। 

पिछले दिनों अजय माकन के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने के बाद से ही पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को अध्यक्ष बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे। हालाँकि पूर्व पीसीसी अध्यक्ष जेपी अग्रवाल, राजेश लिलोठिया, योगानंद शास्त्री व देवेंद्र यादव का नाम भी चर्चा में था। पूर्व मुख्यमंत्री के अध्यक्ष बनते ही अजय माकन ने ट्वीट कर शीला दीक्षित को बधाई दी। 

हालाँकि माकन ने पिछले हफ़्ते ही इस्तीफ़ा दिया था, लेकिन इसके कयास काफ़ी लंबे समय से लगाए जा रहे थे। इस्तीफ़े के लिए माकन ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला दिया था। इसका एक कारण यह भी बताया गया कि कांग्रेस और आप में गठबंधन की बात हो रही है और अजय माकन इसके विरोध में थे।

2015 विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के बाद क़रीब चार साल पहले अजय माकन को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। हालाँकि चार साल में माकन को लेकर अंदरूनी मतभेद शुरू हो गया था। उनके इस्तीफ़ा देने के बाद कांग्रेस के नए अध्यक्ष की तलाश शुरू हो गई थी।

शीला दीक्षित को दिल्ली की राजनीति में काफ़ी अनुभव रहा है। वह 1998 से 2013 यानी 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं। वह 2014 में केरल की राज्यपाल भी रहीं। वह 1984 से 1989 तक कन्नौज से सांसद भी रह चुकी हैं। लंबे राजनीतिक अनुभव को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने उनपर विश्वास जताया है।

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क़मर वहीद नक़वी

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