loader

कोरोना: 24 घंटों में संक्रमण के 3.66 लाख मामले, 3,754 मौतें

भारत में कहर बनकर टूटे कोरोना संक्रमण और इससे होने वाली मौतों के मामले में थोड़ी सी राहत मिली है। बीते कुछ दिनों से जहां लगातार 4 लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ रहे थे, वहीं बीते 24 घंटों में इनमें कुछ कमी आई और 3,66,161 नए मामले दर्ज किए गए। इस दौरान मौतों के मामलों में भी कमी आई और यह आंकड़ा 3,754 रहा जबकि बीते दिन 4092 मौतें हुई थीं। हालांकि इसके पीछे कारण यह भी है कि रविवार को 14.74 लाख सैंपल्स की जांच की गई जबकि और दिन यह आंकड़ा 18-19 लाख होता है। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक़, भारत में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 37,45,237 है जबकि 1,86,71,222 लोगों की अब तक कोरोना महामारी से मौत हो चुकी है। भारत में अब तक कुल 17,01,76,603 लोगों को टीका लग चुका है। 

ताज़ा ख़बरें

26 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में पाबंदियां

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पाबंदिया लगाई गई हैं। तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और महाराष्ट्र में पूरी तरह लॉकडाउन लगाया गया है जबकि गुजरात, तेलंगाना, असम और हिमाचल प्रदेश में प्रतिबंध लगाए गए हैं। 

देश से और ख़बरें

राहत की किरण

इस बीच कोरोना मरीज़ों के इलाज के लिए एक दवा भी इजाद कर ली गई है। डीआरडीओ यानी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने इस दवा को विकसित किया है और भारत के औषधि महानियंत्रक यानी डीसीजीआई ने इसके आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी भी दे दी है। यह अच्छी ख़बर तब आई है जब देश कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और कई राज्यों में हालात बेहद ख़राब हो चुके हैं। 

डीआरडीओ ने कहा है कि 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) नाम की इस को डीआरडीओ की लैब आईएनएमएएस ने डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के साथ मिलकर विकसित किया है। डीआरडीओ ने कहा है कि यह दवा कोरोना मरीज़ों के जल्द ठीक होने में मदद करेगी।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें