loader

उड़ानों पर सरकार का कोई फ़ैसला नहीं तो एयर इंडिया ने बुकिंग क्यों शुरू की?

कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामले भले ही कम नहीं हुए हों, लेकिन एयर इंडिया ने 4 मई से घरेलू उड़ानों के लिए और एक जून से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए टिकट की बुकिंग भी शुरू कर दी। 4 मई से पहले 3 मई की वही तारीख़ है जिस दिन तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया गया है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इस तारीख़ को लॉकडाउन खोला जाएगा। हो सकता है कि लॉकडाउन फिर बढ़ा दिया जाए। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एक जून की तारीख़ क्यों तय की गई यह साफ़ नहीं है। सरसरी तौर पर बुकिंग का फ़ैसला अजीब लगता है और यही कारण है कि सरकार को इस पर सफ़ाई देनी पड़ी। 

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने ट्वीट कर कहा, 'नागरिक उड्डयन मंत्रालय यह स्पष्ट करता है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने के संबंध में कोई भी फ़ैसला नहीं लिया गया है। एयरलाइंस को सलाह दी जाती है कि वे बुकिंग तभी शुरू करें जब सरकार द्वारा इस संबंध में कोई फ़ैसला ले लिया जाता है।'

पहले एयर इंडिया की तरफ़ से कहा गया कि वह घरेलू उड़ानों के लिए 3 मई तक और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए 31 मई तक बुकिंग नहीं ले रही है। यानी एयर इंडिया की वेबसाइट पर साफ़-साफ़ कहा गया है कि वह 4 मई से कुछ चुनिंदा घरेलू और एक जून से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बुकिंग स्वीकार कर रही है। 

ताज़ा ख़बरें

यह तब है जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस महामारी बढ़ती ही जा रही है। दुनिया भर में 23 लाख से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1 लाख 60 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में ही क़रीब साढ़े सात लाख लोग संक्रमित हैं। 39 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन, इटली, फ़्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड, रूस, ब्राज़ील, कनाडा सहित दुनिया का ऐसा कोई भी देश नहीं है जहाँ यह वायरस नहीं फैल रहा है। ऐसे में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने के बारे में शायद ही सोचा जाए। 

देश से और ख़बरें

भारत में भी ऐसी ही स्थिति है। देश में हर रोज़ क़रीब एक हज़ार नये कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीज़ आ रहे हैं। अब तक क़रीब 15 हज़ार लोग संक्रमित हो चुके हैं। 

एयर इंडिया की उड़ानें यात्रियों के लिए भले ही नहीं उड़ानें भर रही हैं, लेकिन इसके विमानों का इस्तेमाल ज़रूरी सामान एक जगह से दूसरी जगह लाने ले जाने में किया जा रहा है। चाहे वह देश में हो या विदेश में। एक दिन पहले ही चीन के ग्वांगझू से मेडिकल सामान लेकर एयर इंडिया का विमान भारत में आया था। ऐसा इसलिए है कि यात्री विमानों की उड़ानों पर पाबंदी लगाई गई है जबकि ज़रूरी सामान की ढुलाई के लिए ऐसी कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें