loader

बॉलीवुड में ड्रग्स को नकारने वालीं हेमा मालिनी को ट्रोल करने की है हिम्मत?

सुशांत सिंह राजपूत की मौत कैसे हुई, इसकी जांच को लेकर शुरू हुए विवाद में फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की महाराष्ट्र सरकार को धमकियों, बॉलीवुड में ड्रग्स एंगल सहित कई बातों पर जोरदार बहस चल रही है। कंगना रनौत के द्वारा बॉलीवुड में ड्रग्स माफ़िया के सक्रिय होने की बात कहे जाने के बाद बीजेपी सांसद और भोजपुरी अभिनेता रवि किशन ने भी इस बात को संसद में उठाया तो उन्हें सीनियर अभिनेत्री और एसपी की सांसद जया बच्चन ने जोरदार जवाब दिया। 

जया बच्चन ने मंगलवार को संसद में कहा था कि कुछ लोगों की वजह से आप पूरी इंडस्ट्री की छवि को बर्बाद नहीं कर सकते। उन्होंने रवि किशन का नाम लिए बिना कहा था कि यह बेहद शर्मनाक है कि आप जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं। उन्होंने कहा था कि कुछ ऐसे लोग जिन्होंने फ़िल्म इंडस्ट्री से नाम कमाया, वे ही इसे गटर कह रहे हैं और यह बेहद अपमानजनक है। 

ताज़ा ख़बरें

सुशांत मामले की जांच कर रही एजेंसियों की जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि सुशांत के लिए ड्रग्स मंगाई जाती थी। लेकिन रिया को हत्यारी ठहराने पर तुले कुछ चैनल जब इसमें सफल नहीं हो सके तो उन्होंने यह कहानी जोर-शोर से चला दी कि रिया ड्रग्स लेती थी। लेकिन रिया ने कहा कि उन्होंने जीवन में कभी ड्रग्स नहीं ली है और वह अपना टेस्ट कराने के लिए तैयार हैं। 

एजेंसियों ने कहानी को घुमा-फिराकर यह बात मीडिया में चलवा दी कि रिया एक ड्रग पैडलर हैं, यानी वह ड्रग्स का कारोबार करती हैं। सुशांत के समर्थक इसे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं कि वह ड्रग्स लेते थे और कंगना की बातों पर भरोसा करते हुए उनका मानना है कि इंडस्ट्री में कई लोग ड्रग्स लेते हैं। 

जया बच्चन के यह कहने पर कि कुछ लोगों के कारण आप पूरी इंडस्ट्री को बदनाम नहीं कर सकते, ऐसे लोग उनके पीछे पड़ गए और ट्विटर पर उनके ख़िलाफ़ #ShameOnJayaBachchan ट्रेंड करा दिया। देखिए, इस विवाद से जुड़े विषय पर वरिष्ठ पत्रकारों की चर्चा। 

स्मिता पारीख नाम की ट्विटर यूजर ने जया बच्चन के पति और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को टैग करते हुए लिखा कि आप चुप हैं और जया एक ड्रग पैडलर के समर्थन में बोल रही हैं। ड्रग पैडलर से स्मिता का मतलब रिया से था। 
साक्षी राज नाम की ट्विटर यूजर ने एक वीडियो ट्वीट कर लिखा कि जया बच्चन को अपराधियों और अन्याय का साथ देना अच्छा लगता है। 

लेकिन यहां सवाल यह है कि क्या ये ट्रोलर्स बीजेपी की सांसद हेमा मालिनी को भी ट्रोल कर सकेंगे क्योंकि हेमा मालिनी ने भी जया बच्चन के बयान का समर्थन किया है। हेमा मालिनी ने 'एनडीटीवी' को दिए एक इंटरव्यू में बॉलीवुड में ड्रग्स और नेपोटिज़्म के आरोपों को खारिज कर दिया। 

उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत दुख होता है जब मुझे सुनने को मिलता है कि लोग बॉलीवुड के बारे में गलत बोलते हैं। जैसे- ड्रग्स के आरोप, ऐसा कहां नहीं होता? लेकिन अगर कोई दाग है, तो जैसे हम कपड़े को धोते हैं तो दाग ख़त्म हो जाता है, इसी तरह बॉलीवुड से भी यह दाग़ ख़त्म हो जाएगा।' 

देश से और ख़बरें

उन्होंने आगे कहा, 'यदि हमारी इंडस्ट्री को इस तरह बदनाम किया जाएगा तो मैं यह नहीं देख सकती। इस इंडस्ट्री में सबका योगदान है और छोटे से धब्बे से इसे बदनाम नहीं किया जा सकता है।’ 

कंगना पर साधा निशाना

मालिनी ने कंगना पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आजकल कोई भी किसी कलाकार के बारे में कुछ भी बोल रहा है, ऐसे लोगों की ऐसा कहने की हिम्मत कैसे हो जाती है। अगर ड्रग को लेकर बहस चल रही है तो आप पूरी इंडस्ट्री के लिए ऐसा नहीं कह सकते।’ 

लेकिन ट्रोलर्स की इतनी हिम्मत नहीं है कि वे हेमा मालिनी के ख़िलाफ़ अभियान चला सकें। क्योंकि हेमा मालिनी बीजेपी की सांसद हैं और उनके बेटे सनी देओल भी बीजेपी के सांसद हैं। ऐसे में ट्रोलर्स का मानसिक खोखलापन उजागर होता है।

जया के घर की सुरक्षा बढ़ाई 

हेमा मालिनी के बाद अभिनेत्री तापसी पन्नू ने भी जया बच्चन के बयान का समर्थन किया। जया बच्चन को सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जाने के बाद मुंबई पुलिस ने उनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी है। इससे पहले केंद्र सरकार ने कंगना रनौत को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी थी और इसे लेकर महाराष्ट्र और केंद्र सरकार के रिश्तों में चल रही तल्खी बढ़ गई थी। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें