loader

सीएजी की रिपोर्ट पर सरकार ने दी ग़लत जानकारी :  भूषण

वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा है कि जिस सीएजी की रिपोर्ट का ज़िक्र किया जा रहा है, ऐसी कोई रिपोर्ट के बारे में कभी सरकार ने नहीं बताया, किसी को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। लेकिन फिर भी सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले में इस रिपोर्ट का ज़िक़्र है। भूषण ने कहा कि यह वास्तव में आश्चर्यजनक है।
इससे पहले शुक्रवार को अदालत का फै़सला आने् के बाद प्रशांत भूषण ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला ग़लत है। उन्होंने अदालत के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। भूषण ने कहा, ‘हमारी निगाह में यह पूरी तरह ग़लत निर्णय है। हम अभी भी यह मानते हैं कि प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ और सरकार ने गड़बड़ियाँ की हैं।
प्रशांत भूषण का कहना है, ‘बंद लिफ़ाफ़े में जो कुछ सरकार ने दिया था, वह हमें नहीं बताया गया। हमें कुछ नहीं पता कि उसमें क्या है। वह हमें दिया जाए तब तो हमें पता चले।’ उन्होंने यह माना कि यह सीमित ‘क्लीन चिट’ है और इस मामले की फिर से सुनवाई के लिए अपील की जा सकती है। उन्होंने कहा कि रफ़ाल डील में गड़बड़ियों पर हमारी मुहिम जारी रहेगी। 
रफ़ाल डील पर सीएजी की रिपोर्ट को लेकर घमासान हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फ़ैसले में लिखा है कि विमान की क़ीमतों की जानकारी सीएजी के साथ शेयर की गई और सीएजी की रिपोर्ट की पीएसी ने जाँच की। इसका एक हिस्सा संसद में पेश किया गया और यह जानकारी पब्लिक डोमेन में है। नीचे देखें रिपोर्ट - 
cag report on rafale deal prashant bhushan - Satya Hindi
शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस की थी। इसमें मौजूद पीएसी चेयरमैन मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि उनके सामने ऐसी कोई रिपोर्ट आई ही नहीं। उनका यह भी कहना था कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आने के बाद डिप्टी सीएजी को बुला कर पूछताछ भी की। खड़गे के अनुसार, डिप्टी सीएजी ने भी ऐसी किसी रिपोर्ट से इनकार किया है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें