loader
फ़ाइल फ़ोटो।

कोरोना टीका: स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अब नया पंजीकरण नहीं

कोरोना टीका के लिए स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स का अब नया पंजीकरण नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इसको तुरत लागू करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। हालाँकि, पंजीकरण नहीं होगा, लेकिन जिन्होंने पहले पंजीकरण करा लिया है उनको टीका लगाया जाना जारी रहेगा। केंद्र ने कहा है कि ऐसा इसलिए किया गया है कि 45 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों को टीकाकरण का जो अभियान जारी किया गया है वह बाधित न हो पाए। 

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि यह फ़ैसला मुख्य तौर पर इसलिए लिया गया है क्योंकि इन दो श्रेणियों में से कुछ अपात्र लाभार्थी अपना नाम जुड़वा रहे हैं और दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुए टीकाकरण करवा रहे हैं।

ताज़ा ख़बरें

केंद्र का एक तर्क यह भी है कि स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को पर्याप्त समय दे दिया गया है। बता दें कि 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था और तब सिर्फ़ इसी ग्रुप के लिए पंजीकरण किया जा रहा था। शुरुआत में ऐसी ख़बरें आई थीं कि कुछ स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स टीका लगवाने के प्रति अनिच्छुक थे। तब स्वास्थ्य महकमे की ओर से उन्हें चेताया भी गया था कि वे टीके लगवाएँ और इस मौक़े को नहीं खोएँ। 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 45 वर्ष या इससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए को-विन पोर्टल पर पंजीकरण जारी रखने की अनुमति रहेगी। उन्होंने कहा है कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण के लिए वैक्सीन की पहली खुराक के लिए समयसीमा को कई बार बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि आख़िरी बार स्वास्थ्य कर्मियों के लिए समय सीमा 25 फ़रवरी और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए 6 मार्च तय किया गया था। इसके बीते भी एक माह हो गया है। 

आदेश में यह कहा गया है कि इन दो श्रेणियों में से कुछ अपात्र लाभार्थी द्वारा नाम जुड़वाकर कोरोना टीका गाइडलाइंस का उल्लंघन करने के बारे में राज्यों से भी चर्चा की गई थी।

उस आदेश में कहा गया है, 'इस मुद्दे पर एनईजीवीएसी की आज की बैठक में राज्य के प्रतिनिधियों और इसके विशेषज्ञों के साथ चर्चा की गई थी और एनईजीवीएसी की सिफारिश के अनुसार, यह निर्णय लिया गया है कि स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स की श्रेणियों में तत्काल प्रभाव से कोई नया पंजीकरण नहीं होगा।'

centre tells states to stop new registrations for corona vaccine of healthcare workers - Satya Hindi

बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा है कि देश भर में अब तक 7.44 करोड़ वैक्सीन की खुराक का इस्तेमाल किया गया है। इनमें 89,53,552 स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं जिन्होंने पहली खुराक ली है और 53,06,671 स्वास्थ्य कर्मियों ने दूसरी खुराक ली है। 96,19,289 फ्रंटलाइन वर्कर्स ने पहली खुराक ली है और 40,18,526 ने दूसरी खुराक ली है। 45 वर्ष से अधिक आयु के 4,57,78,875 लोगों को पहली खुराक और 7,65,354 लोगों को दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है।

देश से और ख़बरें

टीकाकरण अभियान पर अब ज़्यादा जोर इसलिए है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर है और फ़िलहाल यह काफ़ी तेज़ी से बढ़ रही है। शनिवार को जो स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार के एक दिन के आँकड़े जारी किए थे उसके मुताबिक़ 89,129 नए मामले सामने आए थे। यह पिछले साल 20 सितंबर के बाद का सबसे बड़ा आँकड़ा है। 20 सितंबर को कोरोना के 92,605 मामले सामने आए थे। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें