loader

कोरोना: चीन ने 6.5 लाख मेडिकल किट भेजी, 15 दिन में 20 लाख किट भेजेगा

देश में तेज़ी से फैल रहे कोरोना वायरस और टेस्ट किट की कमी की ख़बरों के बीच चीन ने 6.5 लाख कोरोना वायरस मेडिकल किट भारत को भेजी है। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने ख़ुद इसकी जानकारी दी है। इस किट से कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को जल्दी पहचानने और फिर आइसोलेट करने में मदद मिलेगी। यह खेप उस 20 लाख किट का हिस्सा है जो अगले 15 दिन में भारत को चीन भेजेगा। इसमें वे किट भी शामिल हैं जिसे रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट कहा जाता है और जो ख़ून की जाँच कर बिल्कुल सही और जल्दी परिणाम बताती हैं। 

ताज़ा ख़बरें
चीन में भारत के राजदूत मिस्री ने ट्वीट किया, 'रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट और आरएनए एक्सट्रैक्शन किट सहित कुल 650,000 किट आज सुबह से ही गुआंगज़ौ हवाई अड्डे से भारत के लिए रवाना कर दी गई हैं।'

चीन इससे पहले बुधवार सुबह ही सीधे असम में 50 हज़ार पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट यानी पीपीई किट आपूर्ति कर चुका है। इससे पहले भी चीन ने भारत को 1.7 लाख पीपीई किट डोनेट किया था। तब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि देश में 2.94 लाख पीपीई किट उपलब्ध हैं। ये पीपीई किट कोरोना वायरस के इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए होती हैं और इसमें ग्लव्स, मास्क, कवरॉल, गोगल्स जैसे उपकरण होते हैं। 

कोरोना वायरस महामारी का सामान कर रही पूरी दुनिया में कोरोना वायरस मेडिकल किट की ज़बरदस्त माँग है। अधिकतर देश में इसकी कमी है। इस बीच चीन इसके सबसे बड़ी आपूर्तिकर्ता के रूप में उभरा है। यहाँ तक कि ख़ुद अमेरिका भी इन किट की चीन से माँग कर रहा है। 

देश से और ख़बरें
चीन वह देश है जहाँ पिछले साल दिसंबर महीने में कोरोना वायरस का पहला मामला आया था। तब उसका वुहान शहर इस महामारी का केंद्र था। वहाँ जनवरी-फ़रवरी तक काफ़ी तेज़ी से मामले बढ़े थे। फ़िलहाल वहाँ क़रीब 82 हज़ार कोरोना पॉजिटिव मामले आ चुके हैं और 3300 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन वहाँ अब स्थिति नियंत्रण में है। अब क़रीब 40-50 मरीज ही हर रोज़ सामने आ रहे हैं। इस बीच वह इस स्थिति में पहुँच चुका है कि कोरोना मेडिकल किट पूरी दुनिया को सप्लाई कर सके। 
भारत में अब कोरोना वायरस तेज़ी से बढ़ रहा है इसलिए मेडिकल किट की ज़रूरत ज़्यादा है। देश में अब तक 12 हज़ार से ज़्यादा मामले आ चुके हैं और 400 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। देश के 170 ज़िले की कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में पहचान हुई है। स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश भर में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें