loader

हॉलिवुड स्टार सूज़न सैरन्डन, अमेरिकी कांग्रेस सदस्य भी किसानों के साथ

पॉप गायिका रियाना के बाद अब हॉलिवुड स्टार सूज़न सैरन्डन और जमीला जलील ने कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आन्दोलन का समर्थन किया है। एक ऑस्कर के अलावा नौ गोल्डन ग्लोब और छह एमी अवॉर्ड पाने वाली सैरन्डन ने ट्वीट किया, "भारत में चल रहे  #FarmersProtest के साथ खड़ी हूँ। वे कौन हैं और क्यों विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, यह नीचे पढ़ें।" उन्होंने इसके साथ ही न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे एक लेख का लिंक लगाया है। 

सैरन्डन अपने ज़माने की सुपर स्टार रही हैं। उन्हें फ़िल्म 'अटलांटिक सिटी' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का ऑस्कर पुरस्कार 1980 में मिला था। इसके अलावा उन्हें एक बाफ्टा, एक एसएजी, नौ प्राइमटाइम एमी अवॉर्ड और नौ गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड दिए गए हैं। 

जमीला जलील

सैरन्डन यूनीसेफ़ और फ़ूड एंड एग्रीकल्चरल ऑर्गनाइजेशन की गुडविल एम्बेसडर रह चुकी हैं। 

हॉलिवुड स्टार जमीला जलील ने इंस्टाग्राम पोस्ट कर भारत में चल रहे किसान आन्दोलन का समर्थन किया है। 

बता दें कि इसके पहले पॉप गायिका रियाना (रिहाना) ने भी किसान आन्दोलन का समर्थन किया था। उन्होंने ट्वीट किया था, 'हम इसकी चर्चा क्यों नहीं कर रहे हैं।' इसके साथ ही उन्होंने किसान आन्दोलन पर सीएनएन की एक ख़बर का लिंक भी लगाया था।

कांग्रेसनल इंडिया कॉकस

पर्यावरण के लिए काम कर रही किशोरी ग्रेटा तनबर्ग (थनबर्ग) ने भी किसान आन्दोलन का समर्थन किया है। 

अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेज़ेन्टेटिव्स में भारत में दिलचस्पी रखने वाले सदस्यों के समूह कांग्रेसनल इंडिया कॉकस ने भी किसान आन्दोलन का समर्थन किया है। उसने भारत सरकार से आग्रह किया है कि वह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों की अनुमति दे, इंटरनेट कनेक्सन न काटे और लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करे। 

कांग्रेसनल इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष ब्रैड शर्मन ने सह-अध्यक्ष स्टीव चैबट और उप-सभापति रो खन्ना समेत पूरे कॉकस की एक बैठक बुलाई है। इसने यह भी कहा कि अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू से इस मुद्दे पर मुलाक़ात की जाएगी। 

शर्मन ने कहा, 'भारत के सभी दोस्त यह उम्मीद करते हैं कि इस मुद्दे पर कोई समझौता हो जाए।' 

कांग्रेस के एक दूसरे सदस्य स्टीव कोहेन ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता इसके लोकतंत्र की खूबियों में एक है। 

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वे इंटरनेट बंद किए जाने और सरकार की ओर से हिंसा किए जाने पर चिंतित हैं। 

उन्होंने कहा कि "अमेरिका और भारत छोटे किसानं, विविधता और लोकतंत्र से बने हैं ये इस रास्ते से हट नहीं सकते।" 

भारत ने किया था विरोध

बता दें कि तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ हज़ारों किसान दिल्ली की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश और हरियाणा के इलाक़ों में दो महीने से अधिक समय से धरने पर बैठे हैं। उनकी मांग इन क़ानूनों को रद्द करने की है, जिसे केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया है। 

इसके पहले जब रियाना और ग्रेटा ने ट्वीट कर किसान आन्दोलन का समर्थन किया था तो भारत ने औपचारिक रूप से इसका विरोध किया था। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि मशहूर सख्शियतों को तथ्यों की पड़ताल कर ही कोई बात कहनी चाहिए। 

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू करने वाले फ़िल्म अभिनेता अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, गायिका लता मंगेशकर, मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने ट्वीट कर कहा था कि यह भारत का आंतरिक मामला है और विदेशी हस्तक्षेप भारत को कमज़ोर करने की कोशिश है। गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा था कि पूरा भारत विकास के लिए एकजुट है। 

उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर में जहाँ हज़ारों किसान जमा हैं, बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कई स्तरों का बैरिकेड खड़ा कर दिया है, ब्लेड वाले कंटीले तार लगा दिए हैं, खाई खोद दी है और ज़मीन पर बड़े-बड़े नुकीले रॉड लगा दिए हैं। इन्हें पार करना किसी के लिए भी असंभव तो है ही, वहाँ मौजूद लोगों की सुरक्षा के लिए भी ख़तरनाक है।

लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अधिकार को जिस तरह कुचला जा रहा है, उससे भारतीय लोकतंत्र पर सवाल खड़े हो रहे हैं। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें