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24 घंटों में कोरोना संक्रमितों की तादाद साढ़े तीन लाख के पास

ऑक्सीजन की कमी, अस्पतालों में बेड नहीं मिलने और अंत्येष्टि के लिए लंबी लाइनों जैसी बुरी ख़बरों के बीच यह खबर भी है कि देश में रोज़ाना कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद साढ़े तीन लाख के पास पहुँच गई है। स्वास्थ्य विभाग के आँकड़ों के मुताबिक रविवार के पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 3.49 लाख नए मामले सामने आए। 
यह लगातार चौथा दिन है जब रोज़ाना नए कोरोना मामलों की तादाद तीन लाख के ऊपर दर्ज की गई है।
इसी दौरान 2,767 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हो गई है। इसके साथ ही केस लोड यानी अब तक कुल कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 1.69 करोड़ तक पहुँच गई। 

क्या कहना है स्वास्थ्य विभाग का?

रविवार की सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी आँकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 3,49,691 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही पूरे देश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,69,60,172 हो गई।

इसके साथ ही इस दौरान 2767 मरीजों की मौत होने से कोरोना से मरने वालों की संख्या 1,92.311 हो गई। कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 26 लाख के आँकड़े को पार करते हुए 26,82,751 हो गई, यानी इस समय इतने लोग कोरोना से ग्रस्त हैं। पिछले 24 घंटों में एक्टिव मरीजों की तादाद में 1,29, 811 लोगों की बढ़ोतरी हुई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के आँकड़े भयावह तसवीर पेश करते हैं। 

इससे पहले 24 अप्रैल यानी इस शनिवार को 3 लाख 46 हजार के नए मामले सामने आए, इसके एक दिन पहले यानी 23 अप्रैल को 3 लाख 32 हजार और 22 अप्रैल को तीन लाख 14 हजार से अधिक नए मामले दर्ज किए गए थे। 

आँकड़ों पर नज़र 

इन आँकड़ों पर एक नज़र डाली जाए तो बीते आठ दिनों में ही 21 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इस बात से राहत महसूस की जा सकती है कि पिछले 24 घंटों में 2 लाख 17 हजार 113 लोग कोरोना से उबर गए हैं। इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 1,40,85,110 हो गई।

संक्रमण के इतनी तेज़ी से फैलने के बीच ही कोरोना का अब एक नया ख़तरा उभर रहा है। ट्रिपल म्यूटेंट के केस आए हैं। कहा जा रहा है कि डबल म्यूटेंट में ही एक नये म्यूटेंट के संकेत मिले हैं। यही ट्रिपल म्यूटेंट है।

ट्रिपल म्यूटेंट का मतलब है कि तीन अलग-अलग म्यूटेंट का समावेश। यह भी कोरोना का एक स्ट्रेन या यूँ कहें तो एक प्रकार है। जब कोरोना वायरस फैलता है तो म्यूटेट यानी अपनी नकल बनाता जाता है और इस प्रक्रिया में कई बार हूबहू वही नकल नहीं बना पाता है।

यानी नये क़िस्म के रूप में कोरोना वायरस आ जाता है और फिर यह इसी रूप में भी फैलने लगता है। ट्रिपल म्यूटेंटे भी ऐसा ही एक नये प्रकार का कोरोना है।

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क़मर वहीद नक़वी

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