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कोरोना- 50 फ़ीसदी सरकारी कर्मचारी घर से काम करें: केंद्र

देश में फैलते कोरोना वायरस के खौफ और प्रधानमंत्री मोदी के देश के नाम संबोधन से पहले केंद्र सरकार ने कहा है कि इसके आधे कर्मचारी अपने-अपने घर से काम करेंगे। सरकार ने कहा है कि ग्रुप बी और ग्रुप सी के 50 फ़ीसदी कर्मचारी कार्यालय में जाकर काम करेंगे जबकि बाक़ी घर से। यह आदेश 4 अप्रैल तक लागू रहेगा। हालाँकि सरकार का यह आदेश उन कार्यालयों और कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा जो आपातकालीन सेवाओं में लगे हैं या फिर कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के काम में लगे हैं।

सरकार ने यह फ़ैसला वायरस को फैलने से रोकने के उपाय के तहत किया है। देश भर में स्कूल-कॉलेज, मॉल और कई संस्थानों को बंद करने के क़दम भी उठाए गए हैं। 

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सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। इसके अनुसार उन कर्मचारियों के हर रोज़ कार्यालय में जाने का समय अलग-अलग होगा। इसके लिए तीन अलग-अलग समय बनाए गए हैं। सुबह 9 से शाम साढ़े पाँच, सुबह साढ़े नौ बजे से शाम छह बजे और सुबह दस बजे से शाम साढ़े छह बजे के तीन स्लॉट होंगे। जो कर्मचारी घर से काम कर रहे होंगे उनके लिए यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि वे फ़ोन और इलेक्ट्रॉनिक संदेश भेजने वाले माध्यमों से जुड़े रहेंगे। इसमें यह भी कहा गया है कि उन्हें इसके लिए भी तैयार रहना होगा कि आपात स्थिति में कार्यालय कभी भी बुलाया जा सकता है। 

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अधिसूचना में कहा गया है, 'सभी विभागों के प्रमुखों को सलाह दी जाती है कि वे ग्रुप बी और सी की ड्यूटी के लिए साप्ताहिक रोस्टर तैयार कर लें और उन्हें हर दूसरे हफ़्ते में आफ़िस आने को कहें।'

बता दें कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार की आलोचना भी होती रही है। विपक्षी दल कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी और पी चिदंबरम यह आरोप लगाते रहे हैं कि सरकार इस मामले में कार्रवाई करने में धीमी गति से आगे बढ़ रही है। अब केंद्र के इस फ़ैसले को बड़ा क़दम माना जा रहा है। 

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क़मर वहीद नक़वी

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