क्या होगा यदि कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से लौटे हज़ारों लोग भारत आएँ और भीड़ में शामिल हो जाएँ? यदि उनमें से कई वायरस पॉजिटिव हों तो। कोरोना वायरस के खौफ के बीच अब एक ऐसी ही रिपोर्ट आई है जो कोरोना वायरस के देश में तेज़ी से फैलने का एक बड़ा कारण हो सकता है। पंजाब के दोआबा क्षेत्र में 4427 ऐसे लोग हैं जो विदेश यात्रा से लौटे हैं और उनमें से क़रीब 50 फ़ीसदी लोगों को ट्रेस भी नहीं किया जा सका है। यह ख़बर चिंता बढ़ाने वाली है। यदि इनको पहचान कर क्वारेंटाइन नहीं किया गया तो इस वायरस के फैलने का ख़तरा बरकरार रहेगा।
यह पंजाब के दोआबा क्षेत्र का मामला है। यह पंजाब के एनआरआई बेल्ट के नाम से मशहूर है। यह आँकड़ा जनवरी महीने के बाद से विदेश यात्रा से लौटने वाले लोगों का है। इनमें से 1900 जालंधर, 1052 होशियारपुर, 746 नवाँशहर और 729 कपूरथला ज़िले के हैं। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 50 फ़ीसदी लोगों को ढूँढ लिया है और उनकी जाँच कर घर पर ही क्वारेंटाइन करने की सलाह दी है। बाक़ी का पता नहीं चल सका है। दोआबा में कुल मिलाकर आइसोलेशन के लिए 300 बेड और क्वारेंटाइन के लिए 2500 बेड का वार्ड तैयार किया गया है।
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते फ़िलहाल पंजाब में 'मेडिकल इमरजेंसी' है और पंजाब में आँशिक लॉकडाउन हो गया है। राज्य में 20 से ज़्यादा लोगों को इकट्ठा नहीं होने दिया जाएगा। इसके साथ ही मैरिज पैलेस, होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल को बंद करने सहित कई और सख्त क़दम उठाए गए हैं। गुरुवार को सरकार के ये फ़ैसले ऐसे समय में आए हैं जब राज्य में वायरस से पहली मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई है।
संक्रमित महिला 1500 लोगों के सत्संग में बैठी
महाराष्ट्र के उल्हासनगर में एक ऐसा मामला आया है जिसमें कोरोना संक्रमित एक महिला एक ऐसे सत्संग में शामिल हो गई थीं जिसमें क़रीब 1500 लोग शामिल थे। यह सत्संग आठ मार्च को हुआ था। 'टीओआई' की रिपोर्ट के अनुसार अब उन लोगों को ढूँढने के लिए विशेष टीम लगाई गई है। संक्रमित महिला को मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों के अनुसार महिला के परिवार के सदस्यों को क्वारेंटाइन किया गया है। महिला के साथ दुबई से लौटे पाँच लोगों की भी जाँच की जा रही है।
बता दें कि पूरे देश में महाराष्ट्र में इसका सबसे ज़्यादा प्रभाव है। महाराष्ट्र सरकार ने इस वायरस को नियंत्रित करने के लिए चार शहरों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। यानी इन शहरों में अब सभी सेवाएँ बंद रहेंगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई और आस-पास के उपनगरों के अलावा पुणे, पिंपरी-चिंचवड़, नागपुर में आज से ही ऐसी पाबंदी की घोषणा की। राशन और मेडिकल स्टोर जैसे ज़रूरी सामान वाले शॉप ही खुले रहेंगे। इसके अलावा सभी दुकानें भी बंद रखी जाएँगी। सरकारी कार्यालयों में 25% कर्मचारियों के अलावा सभी निजी कार्यालय अब 31 मार्च तक बंद रखे जाएँगे।
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