नफ़रत भरे बोल
ख़बर के अनुसार, तेलंगाना के एक मात्र बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने फ़ेसबुक पोस्ट में कहा कि 'रोहिंग्या शरणार्थियों को गोली मार दी जानी चाहिए।' उन्होंने मुसलमानों को 'विश्वासघाती' क़रार दिया और धमकी दी कि वह 'मसजिदों को ढहा देंगे।'क्या किया फ़ेसबुक ने?
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, भारत में फ़ेसबुक का कामकाज देखने वाली और भारत सरकार से संपर्क बनाए रखने वाली अधिकारी अंखी दास ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे भारत में कंपनी के कामकाज पर बुरा असर पड़ेगा।फ़ेसबुक के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने वॉल स्ट्रीट जर्नल से कहा कि 'अंखी दास ने तर्क दिया था कि टी राजा सिंह को ख़तरनाक व्यक्ति के रूप में चिन्हित करने का राजनीतिक असर पड़ेगा और कंपनी को देश में कामकाज करने में दिक्क़त होगी।'
राहुल का हमला
कांग्रेस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी और आरएसएस ने भारत में फ़ेसबुक और वॉट्सऐप पर नियंत्रण कर रखा है।BJP & RSS control Facebook & Whatsapp in India.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 16, 2020
They spread fake news and hatred through it and use it to influence the electorate.
Finally, the American media has come out with the truth about Facebook. pic.twitter.com/Y29uCQjSRP
बीजेपी का पलटवार
यह एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के बड़े नेता रवि शंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जो लोग खुद हारे हुए हैं और जिनकी बात उनकी ही पार्टी में लोग नहीं सुनते, उन्हें शिकायत है कि बीजेपी और आरएसएस पूरी दुनिया को नियंत्रित करते हैं।
Losers who cannot influence people even in their own party keep cribbing that the entire world is controlled by BJP & RSS.
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) August 16, 2020
You were caught red-handed in alliance with Cambridge Analytica & Facebook to weaponise data before the elections & now have the gall to question us? https://t.co/NloUF2WZVY
कोरोना जिहाद!
फ़ेसबुक पर नफ़रत फैलाने वाले पोस्ट इसके पहले भी होते रहे हैं। बीजेपी के कई लोगों ने इस तरह के पोस्ट किए हैं। कर्नाटक से बीजेपी के नेता अनंत कुमार हेगड़े ने एक फ़ेसबुक पोस्ट में कहा था कि मुसलमान 'कोरोना जिहाद' चला रहे हैं और जानबूझ कर कोरोना रोग फैला रहे हैं। इसी तरह कुछ लोगों ने फ़ेसबुक पोस्ट कर तबलीग़ी जमात को कोरोना फैलने के लिए ज़िम्मेदार ठहराया था।क्या कहा था मार्क ज़करबर्ग ने?
इसी ख़बर में यह भी कहा गया है कि फ़ेसबुक के प्रमुख मार्क ज़करबर्ग ने एक टाउन हॉल बैठक में कपिल मिश्रा के वीडियो का उदाहरण देते हुए कंपनी कर्मचारियों से कहा था कि इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।यह महत्वपूर्ण इसलिए है कि फ़ेसबुक प्रमुख मार्क ज़करबर्ग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के बारे में कह चुके हैं कि राजनेता क्या करते हैं, यह लोगों को मालूम होना चाहिए, पर एक सीमा रेखा है और वे उसे लागू करेंगे।
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