प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित क़रीब 20 लाख करोड़ रुपये के विशेष आर्थिक पैकेज की विस्तृत जानकारी देने के लिए अब तक हर रोज़ शाम 4 बजे घोषणा करती रहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे ही घोषणाएँ करेंगी। विशेष आर्थिक पैकेज की शृंखला में उन्होंने अब तक लगातार चार दिन तक घोषणाएँ की हैं और रविवार को पाँचवीं व आख़िरी घोषणा होगी।
निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कोरोनो वायरस महामारी के बीच विकास को बढ़ावा देने के लिए आठ प्रमुख सेक्टरों में बड़े नीतिगत बदलावों की घोषणा की थी। ये सेक्टर हैं- कोयला, खनिज, रक्षा विनिर्माण, हवाई क्षेत्र प्रबंधन, हवाई अड्डे, बिजली वितरण, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा।
शनिवार को ही वित्त मंत्री ने कहा था कि ऑर्डिनेंस फ़ैक्ट्री बोर्ड का कॉरपोरेटीकरण किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ़ किया कि इसका मतलब निजीकरण नहीं है, पर वे कंपनियाँ स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध हो सकेंगी, पूंजी बाज़ार से पैसे उगाह सकेगी, उन्हें पारदर्शिता रखनी होगी, उन्हें पूरी जानकारी सबके साथ साझा करनी होगी। वित्त मंत्री की शनिवार की सबसे बड़ी घोषणा यह है कि रक्षा क्षेत्र में ऑटोमैटिक रूट से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफ़डीआई की सीमा 49 प्रतिशत से बढ़ कर 74 प्रतिशत कर दी गई है।
बता दें कि यह सब उस योजना के तहत किया जा रहा है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आत्म-निर्भर’ भारत बनाने की बात कही है। हालाँकि सरकार के इस क़दम को कोरी घोषणा कहकर आलोचना की जा रही है। विदेशी निवेश बढ़ाने और निजीकरण करने को लेकर आरएसएस से जुड़े संगठन भारतीय मज़दूर संघ ने ही इसकी जमकर आलोचना की है और कहा है कि इससे लोगों का रोज़गार जाएगा। इसने वित्त मंत्री की चौथे दिन की घोषणा पर कहा कि देश के लिए दुखद दिन है।
इससे पहले वित्त मंत्री ने शुक्रवार को 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में कृषि, पशुपालन, मछली पालन, डेयरी उद्योग के लिए क्या है, इस बारे में बताया था। इससे पहले वह इस पैकेज में मजदूरों, किसानों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) के लिए सरकार द्वारा उठाए गए क़दमों के बारे में बता चुकी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था, ‘यह पैकेज हमारे लघु, मझोले उद्योगों के लिए है, यह पैकेज उस श्रमिक, किसान के लिए है, जो देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम करता है। यह पैकेज उस वर्ग के लिए है जो दिन-रात मेहनत करता है और ईमानदारी से टैक्स देता है।’ प्रधानमंत्री ने कहा था, 'लॉकडाउन का चौथा चरण पूरी तरह नए रंग-रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी आपको 18 मई से पहले दे दी जाएगी।'
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