पूर्व प्रधानमंत्री ने वीडियो जारी कर कहा, ‘अर्थव्यवस्था की हालत बेहद चिंताजनक है। पिछली तिमाही में हमारी जीडीपी वृद्धि दर 5 फ़ीसदी रही है और यह इस ओर इशारा करती है कि हम लंबे समय से मंदी के दौर में हैं।’
देश में वित्त मंत्रालय भी संभाल चुके सिंह ने सरकार से अपील की कि ऐसे समय में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उसे सभी से बातचीत करनी चाहिए। सिंह ने कहा कि हमारे देश में बहुत तेज़ी से विकास करने की क्षमता है लेकिन मोदी सरकार के कुप्रंबधन के चलते मंदी छा गई है।
उन्होंने कहा, ‘यह बेहद निराशाजनक है कि मैन्युफ़ैक्चरिंग सेक्टर की वृद्धि दर 0.6 फ़ीसद हो गई है। इससे यह साफ़ हो जाता है कि हमारी अर्थव्यवस्था अभी तक मानवजनित नोटबंदी और जल्दबाज़ी में लागू की गई जीएसटी से अब तक नहीं उबर पाई है।’
Our economy has not recovered from the man made blunders of demonetisation & a hastily implemented GST... I urge the govt to put aside vendetta politics & reach out to all sane voices to steer our economy out of this crisis: Former PM Dr Manmohan Singh #DrSinghOnEconomicCrisis pic.twitter.com/83cBJWHay9
— Congress (@INCIndia) September 1, 2019
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘घरेलू माँग की स्थिति बेहद चिंताजनक है और वस्तुओं के उपभोग की दर 18 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई है। जीडीपी ग्रोथ भी 15 साल में सबसे कम है। इसके अलावा टैक्स से होने वाले राजस्व में भी कमी आई है। छोटे से लेकर बड़े कारोबारियों तक में टैक्स टेररिज्म का ख़ौफ़ बना हुआ है।’
मनमोहन सिंह ने आगे कहा, ‘ग्रामीण भारत की स्थिति भी बेहद ख़राब है क्योंकि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है और ग्रामीणों की आय गिर गई है।’
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