कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में फिर से देश के अधिकतर हिस्सों में बेपटरी हो रहे जन-जीवन के बीच ग़रीबों के लिए केंद्र सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा की है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम यानी एनएफ़एसए के तहत सरकार ग़रीबों को मई और जून महीने में 5 किलो अनाज देगी। इस योजना से देश के क़रीब 80 क़रोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।
सरकार ने जो घोषणा की है उसके मुताबिक़ हर लाभार्थी यानी प्रति व्यक्ति को हर महीने दो महीने के लिए 5-5 किलो अनाज मुफ़्त में दिया जाएगा। पाँच किलो के अलावा अनाज लेने पर उन्हें चावल 3 रुपये प्रति किलो, गेहूँ दो रुपये प्रति किलो और मोटा अनाज 1 रुपये प्रति किलो दिया जाएगा।
सरकार ने कहा है कि कि इसे पिछले साल की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के समान ही लागू किया जाएगा। इस पहल पर केंद्र 26,000 करोड़ रुपये से अधिक ख़र्च करेगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण योजना के तहत केंद्र ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आने वाले सभी लोगों को प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल या गेहूं और प्रति परिवार एक किलो दाल वितरित किया था। इस योजना के तहत 2020 के अप्रैल-नवंबर की अवधि के दौरान ग़रीबों को लाभ दिया गया था।
पिछले साल लॉकडाउन में काम-धंधे पूरी तरह बंद हो गए थे और करोड़ों लोग जहाँ-तहाँ फँसे रह गए थे। उद्योग-धंधे बंद होने से करोड़ों लोग बेरोज़गार हो गए थे। शहरों में फँसे लोगों के पास भूखे मरने की नौबत आ गई थी। खाने के लिए रोज़ की कमाई पर निर्भर रहने वालों के लिए बड़ा संकट पैदा हो गया था। पिछले साल लॉकडाउन से प्रभावित रहे देश भर के गरीब परिवारों को बड़ी राहत मिली थी।
इस बार देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना करना रहा है। यह पिछली बार से कहीं ज़्यादा तेज़ी से फैल रहा है और कहीं ज़्यादा घातक है। अधिकतर राज्यों में हर रोज़ रिकॉर्ड कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने आज जो गुरुवार के आँकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार 24 घंटे में 3 लाख 32 हज़ार 730 पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं। इस दौरान 2263 लोगों की मौत हुई। एक दिन में यह आँकड़ा सबसे ज़्यादा है। यह लगातार दूसरा दिन है जब तीन लाख से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। एक दिन पहले बुधवार को 24 घंटे में 3 लाख 14 हज़ार 835 पॉजिटिव केस आए थे और 2104 लोगों की मौत हुई थी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार देश में अब तक कुल मिलाकर 1 करोड़ 62 लाख 63 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं। 1 करोड़ 36 लाख से ज़्यादा मरीज़ ठीक हो चुके हैं। मरने वालों की कुल संख्या 1 लाख 86 हज़ार 920 हो गई है। देश में अब सक्रिए मामलों की संख्या 24 लाख 28 हज़ार से ज़्यादा हो गई है।
दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड और यूपी के कुछ ज़िलों में फिर से लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, जैसे राज्यों में भी सख्ती है और कहीं धारा 144 लागू है तो कहीं रात का कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन। कई राज्यों में निजी कार्यालयों को बंद कर दिया गया है और घर से काम करने को कहा गया है। उद्योग-धंधों में भी काम पर असर पड़ा है। ऐसे में लोगों के रोजगार पर असर पड़ा है। ग़रीबों के सामने फिर से संकट खड़ा होने लगा है।
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