loader

वतन वापसी पर रो पड़े हामिद, सुषमा से की मुलाकात

पाकिस्तानी में 6 साल बिताकर अपने वतन वापस लौटे हामिद निहाल अंसारी ने बुधवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। हामिद मंगलवार शाम को भारत लौटे हैं। इस दौरान सुषमा ने उन्हें गले लगाया। बातचीत के दौरान हामिद भावुक हो गए। उन्होंने सुषमा स्वराज का शुक्रिया अदा किया। इस दौरान हामिद की माँ ने कहा, 'मेरा भारत महान, मेरी मैडम महान, सब मैडम ने ही किया है।'
अंसारी पर आरोप था कि वे भारतीय जासूस थे, उन्होंने फ़र्ज़ी तरीके से पाकिस्तान में प्रवेश किया और वे फ़र्ज़ी दस्तावेज़ बनाने में शामिल थे। पाकिस्तान ने हामिद को भारत का जासूस बताया था और 2012 में उन्हें क़ैद कर लिया था। ख़बरों के मुताबिक़, हामिद एक लड़की से मिलने के लिए अफ़ग़ानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान चले गए थे।2015 में पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने फ़र्ज़ी पाकिस्तानी पहचान पत्र रखने के मामले में उन्हें तीन साल की सज़ा सुनाई थी। इसके बाद से ही अंसारी पेशावर की सेंट्रल जेल में बंद थे। 15 दिसंबर, 2018 को उनकी सज़ा पूरी हो गई थी। 33 साल के अंसारी मुंबई के रहने वाले हैं।

ख़बरों के मुताबिक़, हामिद की एक लड़की से ऑनलाइन चैटिंग करने के दौरान अच्छी दोस्ती हो गई थी। उससे मिलने की चाहत में हामिद अफ़गानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान पहुँच गए थे। 

हामिद की माँ, फ़ौज़िया अंसारी मुंबई के एक स्कूल में टीचर हैं। उन्होंने अपने बेटे की रिहाई के लिए बहुत कोशिश की। हामिद की माँ ने भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से भी कई बार उसे रिहा करने की गुहार लगाई। हामिद के पिता निहाल अंसारी रिटायर्ड बैंकर हैं। रिहाई के वक़्त मंगलवार शाम को हामिद के माँ और पिता भी अटारी-वाघा बॉर्डर पर मौजूद थे। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें