अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान का राज कायम होने के बाद से ही अफ़ग़ानों के साथ ही दूसरे मुल्क़ों के लोग लगातार इस देश को छोड़ रहे हैं। इस बीच, अमेरिका व कुछ अन्य देशों ने काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले के ख़तरे का अंदेशा जाहिर किया है। अमेरिकी सैनिकों ने एयरपोर्ट को अपने कब्जे में लिया हुआ है।
चूंकि काबुल एयरपोर्ट पर जबरदस्त भीड़ है और तमाम देशों के लोग वहां से अपने लोगों को निकालने के काम में जुटे हैं और इस बीच आतंकी हमले की आशंका के बाद अमेरिका व कुछ अन्य देशों ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे तुरंत एयरपोर्ट के आसपास से हट जाएं।
अब तक 90 हज़ार अफ़ग़ान नागरिक और विदेशी लोग मुल्क़ छोड़कर जा चुके हैं। बीते लगभग दो हफ़्ते से इस मुल्क़ में पंजशिर को छोड़कर सभी इलाक़े आतंकवादी संगठन तालिबान के कब्जे में आ चुके हैं।
अमेरिकी सरकार ने गुरूवार को लगातार एक के बाद एक एडवाइजरी जारी कर अपने नागरिकों को चेताया है कि वे एयरपोर्ट न जाएं। अमेरिका के रक्षा विभाग ने कहा है कि जो लोग एब्बे गेट, ईस्ट गेट और नॉर्थ गेट पर हैं, वे वहां से तुरंत हट जाएं और सुरक्षित जगहों पर चले जाएं। यह भी कहा गया है कि वे लोग अगली एडवाइजरी का इंतजार करें। विदेश मंत्रालय ने भी कहा है कि आतंकी हमले का ख़तरा है।
लंदन, आस्ट्रेलिया ने भी इसी तरह की चेतावनी अपने नागरिकों के लिए जारी की है।
आईएस कर सकता है हमला
अमेरिका को इस बात की आशंका है कि खूंखार आतंकवादी संगठन आईएसआईएस कोई हमला कर सकता है। आईएसआईएस आतंकी हमलों में लाखों लोगों की जान ले चुका है। यह मुसलमानों में शिया समुदाय के भी हज़ारों लोगों को मौत के घाट उतार चुका है।
तालिबान के हुक़ूमत में आने की आहट के चलते ही हज़ारों लोग अपना सब कुछ छोड़कर मुल्क़ से भाग रहे हैं। इस बार तालिबान ने थोड़ा नरम रूख़ दिखाया है लेकिन उसने कहा है कि वह इसलामिक नियमों को लागू करेगा।
बीते कुछ दिनों में काबुल एयरपोर्ट पर फ़ायरिंग भी हुई है और इसमें कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इसके बाद एयरपोर्ट पर कॉमर्शियल फ्लाइट्स को सस्पेंड करना पड़ा था लेकिन तमाम देशों ने वहां स्थित अपने दूतावासों में काम कर रहे लोगों को निकालने का काम जारी रखा है।
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