पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए एक बार फिर भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दे दी। उन्होंने पहले तो कश्मीर का मुद्दा उठाया और कहा कि किस तरह वहाँ की स्थिति बेहद बुरी है। उसके बाद उन्होंने कहा कि भारत हर बार अपनी समस्याओं के लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराता है और यदि इस बार फिर भारत में कोई हमला हुआ तो वह इसके लिए पाकिस्तान को ही ज़िम्मेदार ठहराएगा।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने क़ुरान की अयात 'या इलाही इलल्लाह, मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह' पढ़ी और कहा कि मुसलमान सिर्फ़ एक ईश्वर को मानते हैं, उस पर भरोसा करते हैं। यदि उन पर हमला होगा तो वे अल्लाह के भरोसे युद्ध में कूद पड़ेंगे और उसके अंजाम की परवाह नहीं करेंगे। भारत के पास यदि परमाणु बम हैं तो पाकिस्तान भी परमाणु ताक़त है। यदि दो परमाणु संपन्न देशों के बीच युद्ध होगा तो क्या नतीजा होगा, यह विश्व समुदाय के लोग खुद सोच ले।
इमरान ख़ान ने इसी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इस तरह के युद्ध का भयानक नतीजा हो सकता है। ऐसी स्थिति न आए, इसके लिए ज़रूरी है कि विश्व समय रहते उचित कदम उठाए। वह भारत पर दबाव डाले कि कश्मीर से कर्फ़्यू हटाई जाए और वहाँ स्थिति सामान्य की जाए।
इमरान ख़ान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की स्थापना ही विश्व शांति के लिए हुई और इसने इस दिशा में अच्छा काम भी किया है। इसे एक बार फिर सक्रिय होना होगा। इमरान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र भारत को इसके लिए मजबूर करे कि वह कश्मीर में जनमत संग्रह कराए और वहाँ के लोगों को उनका वाजिब हक़ दे।
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