भारत भले ही कोरोना संक्रमण से सबसे ज़्यादा प्रभावित देशों में 9वें स्थान पर है, लेकिन सबसे तेज़ी से नये मामले बढ़ने की दर के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है। ब्राज़ील इस मामले में पहले स्थान पर है। वहाँ नये संक्रमण के मामले बढ़ने की दर क़रीब 5.4 फ़ीसदी रही। इस मामले में भारत की दर 5 फ़ीसदी रही है। इसके बाद मेक्सिको में 4.6 फ़ीसदी, पेरु में 3.9 और पाकिस्तान में 3.7 फ़ीसदी रही है। बाक़ी देशों में इससे कम ही दर से नये मामले आ रहे हैं।
भारत की बढ़ोतरी की यह दर इतनी तब है जब भारत ने 25 मार्च को ही लॉकडाउन लागू कर दिया था और तब से यह लगातार जारी है। कहा जा रहा है कि भारत में किया गया लॉकडाउन दुनिया में सबसे ज़्यादा सख़्ती से लागू किया गया है। इसके बावजूद भारत अब दुनिया भर के देशों में सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमित संख्या के मामले में 9वें स्थान पर पहुँच गया है। भारत में अब तक कुल 1,65,799 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और 4,706 लोगों की मौत हुई है।
हालाँकि नये मामले बढ़ने की दर के मामले में भारत दुनिया भर में दूसरे स्थान पर है, लेकिन ज़्यादा संख्या के मामले में अभी भी चौथे स्थान पर है। ब्राज़ील में 24 घंटे में सबसे ज़्यादा 24 हज़ार 151 नये मामले आए। वहीं अमेरिका में 22 हज़ार 658 और रूस में 8371 नये मामले सामने आए। चौथे स्थान पर भारत रहा जहाँ 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 7,466 मामले सामने आए हैं और 175 लोगों की मौत हुई है।
एक और मामले में भारत दुनिया में चौथा ऐसा देश बन गया है जहाँ इतनी तेज़ी से मामले बढ़े कि 8 दिन में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख से बढ़कर डेढ़ लाख पहुँच गई।
हालाँकि सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले में अभी भी पहले स्थान पर अमेरिका है। वहाँ 17 लाख 68 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं और 1 लाख 3 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राज़ील में 4 लाख 38 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए हैं और 24 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है। रूस में 3 लाख 79 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले सामने आए हैं और 8300 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं। अब अमेरिका, ब्राज़ील और रुस के संक्रमित लोगों की संख्या मिला दें तो पूरी दुनिया में संक्रमित लोगों की संख्या के क़रीब 44 फ़ीसदी मामले इन तीनों देशों में ही आए हैं।
लेकिन हाल के दिनों में भारत में जिस तरह से मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं वे काफ़ी चिंताजनक हैं। हाल के दिनों में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और दिल्ली ही सबसे ज़्यादा प्रभावित रहे थे लेकिन प्रवासी मज़दूरों के घर लौटने के साथ ही दूसरे राज्यों में भी अब संक्रमण तेज़ी से बढ़ने लगे हैं। और यही कारण है कि नये मामले आने की दर काफ़ी ज़्यादा बढ़ गई है।
फ़िलहाल महाराष्ट्र में संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले आए हैं और वहाँ क़रीब 60 हज़ार संक्रमण के मामले होने वाले हैं। राज्य में अब तक 1982 लोगों की मौत हो चुकी है। तमिलनाडु में 19 हज़ार 372 संक्रमण के मामले आए हैं और 145 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में 16 हज़ार 281 मामले आए हैं और 316 लोगों की मौत हुई है। गुजरात में 15 हज़ार 562 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं और 960 लोग मारे गए हैं।
लेकिन अब प्रवासी मज़दूरों के अपने-अपने घरों को लौटने के बाद उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़ने लगे हैं। और यही ख़तरनाक संकेत हैं।
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