loader

जयराम रमेश ने कांग्रेस नेतृत्व पर उठाया सवाल, बताई पार्टी को दुरस्त करने की ज़रूरत

ऐसे समय जब कांग्रेस पार्टी छोड़ कर कई लोग जा चुके हैं और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवालिया निशान बार-बार उठे हैं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी पार्टी की आलोचना की है। 

उन्होंने किसी का नाम लिए बग़ैर कहा कि नेतृत्व को ठीक करना होगा और अगले आम चुनाव के पहले पार्टी को दुरुस्त करना होगा। 

जयराम रमेश ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, '2014 और 2019 चुनावों में हम बुरी तरह से हारे। हमें अपने घर को दुरुस्‍त करना होगा

उन्होंने इसके आगे कहा, 

हमें अपने नेतृत्‍व को भी ठीक करना होगा। किसी भी नेता के पास जादुई छड़ी नहीं है, यह सामूहिक प्रयास होता है।


जयराम रमेश, कांग्रेस नेता

दूसरे दलों से आम सहमति

उन्होंने कहा कि अगले आम चुनावों के लिए तैयारी अभी से शुरू कर देनी होगी और समान विचार वाले दलों के साथ मिल कर कुछ मुद्दों पर आम सहमति बनानी होगी। 

लेकिन दक्षिण भारत के इस कद्दावर नेता ने उन लोगों की भी तीखी आलोचना की, जिन्होंने पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। 

रमेश ने एनडीटीवी से कहा,

जिन युवाओं ने हमें छोड़ दिया वे जन्‍म से विशेषाधिकार प्राप्‍त हैं। उन्‍हें पार्टी की ओर से अच्‍छे पद मिले थे। पार्टी छोड़ने वाले हर सिंधिया से कहना चाहता हूँ, हजारों युवा कांग्रेसी कार्यकर्ता पार्टी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।


जयराम रमेश, कांग्रेस नेता

बीजेपी पर चोट

उन्होंने इसके आगे बीजेपी पर चोट करते हुए उसकी दोहरी नीति पर चोट की। जयराम रमेश ने कहा,  'बीजेपी उन लोगों को क्‍यों स्‍वीकार कर रही है जिनकी वह 'विशेषाधिकार' प्राप्‍त होने के लिए आलोचना करती थी। जब ये लोग कांग्रेस में होते हैं तो बीजेपी उनकी आलोचना करती है लेकिन वह इन्‍हें भी ले लेती है। पार्टी में एक निश्चित अनुशासन होता है-लोग अपनी इच्‍छा के अनुसार आ-जा नहीं सकते।'

जयराम रमेश ने राजस्थान के नेता और पूर्व उप- मुख्यमंत्री सचिन पायलट की जम कर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वे पार्टी के लिए बड़े असेट यानी मूल्यवान हैं। बता दें कि सचिन पायलट असंतुष्ट नेताओं के धड़े का नेतृत्व करते हैं और राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की माँग लंबे समय से करते आ रहे हैं। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें