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आयकर छापे से मीडिया को डराने का प्रयास: विपक्षी नेता

सरकार की नीतियों की आलोचनात्मक रिपोर्टें छापने वाले दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर आयकर छापे को विपक्षी दलों के नेताओं ने मीडिया को डराने का प्रयास क़रार दिया है। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि यह प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने का काम किया जा रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, अल्का लांबा जैसे नेताओं ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। 

आयकर विभाग की यह कार्रवाई उस अख़बार और न्यूज़ चैनल पर की गई है जिन्हें सरकार की कथित ग़लत नीतियों के ख़िलाफ़ और आम लोगों के पक्ष में ख़बर पेश करने के लिए जाना जाता रहा है। दैनिक भास्कर समूह काफ़ी वक़्त से तल्ख़ ख़बरें कर रहा है। केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार के अलावा मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार को एक्सपोज़ करने वाली अनेक ख़बरें पिछले कुछ महीनों में समाचार पत्र ने बहुत प्रमुखता के साथ प्रकाशित की हैं।

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दैनिक भास्कर के साथ ही उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय न्यूज़ चैनल भारत समाचार ने भी कोरोना संक्रमण के कारण अव्यवस्था से लेकर हाथरस मामले और उत्तर प्रदेश में अपराध के मामले की रिपोर्टिंग भी निर्भीक ढंग से की है। 

दैनिक भास्कर और भारत समाचार चैनल की रिपोर्टिंग की हाल के दिनों में तारीफ़ होती रही है कि इसने बिना किसी सत्ता के दबाव के रिपोर्टिंग की है। इसी कारण जब आयकर विभाग की कार्रवाई हुई तो सोशल मीडिया पर पत्रकारों की ओर से तो तीखी प्रतिक्रिया हुई ही, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं की ओर से भी ऐसी ही प्रतिक्रिया आई है। 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'पत्रकारों और मीडिया घरानों पर हमला लोकतंत्र को कुचलने का एक और क्रूर प्रयास है। दैनिक भास्कर ने बहादुरी से उसकी रिपोर्टिंग की जिसकी नरेंद्र मोदी जी ने पूरे कोरोना संकट को ग़लत तरीक़े से संभाला और एक भयंकर महामारी के बीच देश को उसके सबसे भयावह दिनों में ले गए।'

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'मैं इस बदले की कार्रवाई की कड़ी निंदा करती हूँ जिसका उद्देश्य सत्य को सामने लाने वाली आवाज़ों को दबाना है। यह एक गंभीर उल्लंघन है जो लोकतंत्र के सिद्धांतों को कमजोर करता है। मीडिया में सभी से मज़बूत रहने का मेरा आग्रह। हम सब मिलकर निरंकुश ताक़तों को कभी सफल नहीं होने देंगे!'

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ट्वीट कर कहा कि अपने विरोधियों को दबाने के लिये, सच को सामने आने से रोकने के लिये ईडी, आईटी व अन्य एजेंसियो का दुरुपयोग यह सरकार शुरू से ही करती रही है और यह काम आज भी जारी है?

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी आयकर छापे की कार्रवाई को मीडिया को डराने का प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाना चाहिए। 

आशुतोष की बात में देखिए, दैनिक भास्कर व भारत समाचार पर आयकर छापे क्यों? 

अल्का लांबा ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा। 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा, 'दैनिक भास्कर अख़बार और भारत समाचार न्यूज़ चैनल पर इनकम टैक्स का छापा मीडिया की आवाज़ को दबाने का खुला प्रयास है। मोदी सरकार अपनी आलोचना को ज़रा भी बर्दाश्त नहीं कर सकती। अपनी फासीवादी मानसिकता के कारण बीजेपी लोकतांत्रिक व्यवस्था में सच्चाई को नहीं देखना चाहती।' 

गहलोत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'इस तरह की हरकतों में लिप्त होकर और मीडिया को चकमा देकर मोदी सरकार यह संदेश देना चाहती है कि अगर मीडिया गोदी-मीडिया नहीं बना तो उसकी आवाज़ दबा दी जाएगी।'

तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, 'कोरोना की दूसरी लहर की तबाही पर रिपोर्टिंग के बाद दैनिक भास्कर कार्यालयों और प्रमोटर घरों पर आईटी छापे। अगर आप गोदी मीडिया की तरह रेंगते नहीं हैं तो क़ीमत चुकाएँ!'
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क़मर वहीद नक़वी

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