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क्या अब भी जेल नहीं जाएँगे कपिल मिश्रा?

कपिल मिश्रा के वायरल हो रहे वीडियो को लेकर केंद्र सरकार के संचार मंत्रालय की ओर से दिल्ली पुलिस के आयुक्त को चिट्ठी लिखी गई है। इस वीडियो में कपिल बरखा दत्त, कविता कृष्णन, शहला राशिद और कई लोगों के नाम लेकर उन्हें घर से खींच कर सड़क पर लाकर उनकी 'मॉब लिंचिंग' (पीट-पीट कर मार डालने) करने की बात कह रहे हैं।

संचार मंत्रालय के कंट्रोलर कम्युनिकेशन आशीष जोशी ने पुलिस आयुक्त को चिट्ठी लिखकर इस वीडियो का संज्ञान लेने के लिए कहा है। चिट्ठी में लिखा है कि कपिल मिश्रा ने जो वीडियो शेयर किया है, वह बेहद भड़काऊ है और नागरिकों को कुछ लोगों के ख़िलाफ़ हमला करने के लिए उकसाने वाला है। 

चिट्ठी में यह भी लिखा है कि यह वीडियो भारतीय दंड संहिता और आईटी एक्ट के नियमों का भी उल्लंघन करता है। चिट्ठी में यू ट्यूब पर अपलोड इस वीडियो का भी लिंक दिया गया है।
kapil mishra instigating mob to lynch siddhu shehla and barkha dutt in video - Satya Hindi
संचार मंत्रालय की ओर से दिल्ली पुलिस आयुक्त को लिखी गई चिट्ठी।
बता दें कि 'खींच निकालो बीच सड़क पर, घर में छिपे हुए गद्दार' इस मिसरे के साथ आम आदमी पार्टी ('आप') के निलंबित विधायक कपिल मिश्रा ने रविवार सुबह ट्वीट कर बरखा दत्त, कविता कृष्णन, शहला राशिद, कमल हासन, नवजोत सिंह सिद्धू,नसीरुद्दीन शाह और प्रशांत भूषण  का नाम लेकर उन्हें घर से खींच कर सड़क पर लाकर उनकी 'मॉब लिंचिंग' (पीट पीट कर मार डालने ) करने का एक कविता मेंआह्वान किया है। कल सुबह 11 बजकर 14 मिनट पर किए गए उनके ट्वीट को करीब साढ़े चार हज़ार लोगों ने रीट्वीट किया है और करीब ग्यारह हजा़र लोगों ने पसंद किया है। ऐसा भड़काऊ ट्वीट करने के बावजूद कपिल मिश्रा खुले आम दिल्ली में घूम रहे हैं जबकि बीजेपी का झंडा लगाने से रोकने भर पर एक युवक को उत्तर प्रदेश में गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस वीडियो कविता पर बवाल मच गया है। यह वीडियो यूट्यूब पर भी अपलोड किया गया है । बरखा दत्त ने उनका ट्वीट पीएमओ और रविशंकर प्रसाद को ज़रूरी कार्रवाई के लिये बढ़ा दिया है । उन्होंने एडीटर्स गिल्ड और ट्विटर प्रशासन से भी शिकायत की है ।

शहला राशिद और कविता कृष्णन ने दिल्ली पुलिस और डीसीपी डिस्ट्रिक्ट नई दिल्ली मधुर वर्मा के पास ट्विटर पर ही शिकायत भेज दी है ।
कविता कृष्णन ने ट्वीट किया है कि कपिल मिश्रा उस भाषा में बात कर रहे हैं जैसे बिहार में रणवीर सेना के प्रमुख ब्रहमेश्वर सिंह दलितों की हत्या को सही ठहराने के लिए किया करते थे। कविता ने एक अन्य ट्वीट में कहा है, 'मैं कपिल मिश्रा जैसे गली के गुंडों से मैं नहीं डरती। तुम्हारे गुंडे मुझे घर से निकाल कर सड़क पर हत्या करेंगे तो तुम दुनिया को बताओगे कि तुम आतंकवादी हो, गद्दार हो, देश के टुकड़े करने चाहते हो, वही सब कुछ हो जिसका आरोप तुम हमपर लगाते फिरते हो!'
ऑल्ट न्यूज़ के सह संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने ट्वीट किया है कि पिछले हफ़्ते में ही दो लोग पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं को सड़क पर घसीटने की धमकी दे चुके हैं। इसमें से एक कपिल मिश्रा हैं जबकि दूसरे विवेक अग्निहोत्री। प्रतीक ने इस संबंध में ट्विटर से भी शिकायत करते हुए कार्रवाई करने के लिए कहा है। 
कपिल मिश्रा जब केजरीवाल के साथ दिल्ली की राज्य सरकार में मंत्री थे तब का उनका ऐसे ही मसले पर दूसरा ट्वीट है जो कविता कृष्णन ने जवाब में उनके सामने कर दिया है । तब उन्होंने मोदी जी के बारे में 15 फरवरी 2016 को लिखा था 'हिंदुस्तानियों को देशद्रोही कहते हैं और पाकिस्तानियों के तलवे चाटते हैं, यह है बीजेपी का फ़र्ज़ी राष्ट्रवाद'!
बता दें कि कपिल मिश्रा 'आप' के निलंबित विधायक हैं। इससे पहले वह अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री थे। केजरीवाल सरकार के ख़िलाफ़  बीजेपी की मदद से विधायकों का विद्रोह प्रायोजित करने के प्रयास में बुरी तरह असफल रहे और कहीं के न रहे। कुछ दिन तक अँटशंट आरोप लगाकर मीडिया की सुर्ख़ियों मेंं बने रहे और तबसे अब बीजेपी के स्थानीय कार्यक्रमों में खुलेआम उनके अग़ल-बग़ल आगे-पीछे फ़ोटोफ़्रेम में बने रहते हैं। 
दिल्ली डिस्ट्रिक्ट पुलिस के डीसीपी मधुर वर्मा के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस अभिसार शर्मा को फ़ोन पर जान से मारने की धमकी देने वाले एक शख़्स को गिरफ़्तार करने में सफल रही है, जिसने बाद में अभिसार शर्मा से लिखित माफ़ी माँग कर अपनी जान छुड़ाई थी। पर कपिल मिश्रा का मामला गंभीर है। वह मंत्री रह चुके हैं और विधायक हैं, ठलुए नहीं। बरखा दत्त, कविता कृष्णन और शहला राशिद ने उन पर अपनी शिकायत में देशद्रोह जैसी कड़ी धाराएँ लगाने की माँग की हैं। यह विवाद तूल पकड़ सकता है, और संभवत: कपिल मिश्रा तनहाई दूर करने के लिए ऐसा चाहते भी हों!
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क़मर वहीद नक़वी

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