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कश्मीर भारत का आंतरिक मामला, हिंसा भड़का रहा पाकिस्तान: राहुल गाँधी 

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद से वहाँ के हालात को लेकर चिंता जताते रहे और केंद्र सरकार पर हमलावर रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और जम्मू और कश्मीर में हो रही हिंसा को भड़काने में पाकिस्तान का हाथ है। 
राहुल गाँधी ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा, ‘मैं सरकार के साथ कई मुद्दों पर असहमत हो सकता हूँ लेकिन मैं यह साफ़ कर देना चाहता हूँ कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और इसमें पाकिस्तान या किसी और विदेशी राष्ट्र के हस्तक्षेप करने के लिए कोई जगह नहीं है।’ राहुल ने अगले ट्वीट में कहा, ‘जम्मू और कश्मीर में हिंसा हो रही है और यह इसलिए हो रही है क्योंकि इसे पाकिस्तान का समर्थन हासिल है और वही इसे भड़का रहा है।’
राहुल ने कहा, पाकिस्तान को दुनिया भर में आतंकवाद के सबसे बड़े समर्थक के रूप में जाना जाता है। बता दें कि हाल ही में राहुल गाँधी और विपक्षी नेता जब जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाने के लिए श्रीनगर पहुँचे थे तो उन्हें वापस भेज दिया गया था। इससे पहले राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ही राहुल गाँधी को कश्मीर आने का न्यौता दिया था लेकिन राहुल के उनके आमंत्रण को स्वीकार किये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यू-टर्न ले लिया था और उनसे राज्य में न आने के लिए कहा था।
इसके बाद राहुल गाँधी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमला बोला था। राहुल ने कहा था कि 20 दिन से जम्मू-कश्मीर के लोग बंद हैं और उनकी नागरिक आज़ादी छीन ली गई है। कांग्रेस नेता ने कहा था कि वहाँ जाने पर विपक्ष के नेताओं और मीडिया को प्रशासन की बर्बरता का अहसास हुआ। राहुल के इस बयान को पाकिस्तान ने लपक लिया और बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर को लेकर संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी लिखी है और इसमें राहुल गाँधी के बयान का हवाला दिया गया है। लेकिन कांग्रेस ने कहा है कि पाकिस्तान ने राहुल गाँधी के नाम का ग़लत इस्तेमाल किया है ताकि वह अपने झूठ को सही ठहरा सके। 
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी राहुल गाँधी की बात को दोहराते हुए कहा है कि दुनिया भर में किसी को भी इस बात पर संदेह नहीं होना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे, हैं और रहेंगे। सुरजेवाला ने कहा कि पाकिस्तान के द्वारा की गई कोई भी शैतानी हरक़त या धोखेबाजी इस सच्चाई को नहीं बदल सकती।
इसके अलावा प्रियंका गाँधी ने भी जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था। प्रियंका ने कहा था कि ‘राष्ट्रवाद’ के नाम पर घाटी के लोगों को चुप कराकर ‘देश विरोधी’ काम किया जा रहा है और लोगों की आवाज़ को कुचला जा रहा है। प्रियंका ने यह बात उस वीडियो का ज़िक्र करते हुए कही थी जिसमें विमान में एक महिला कश्मीर में प्रतिबंधों के कारण आ रही परेशानियों को राहुल गाँधी के सामने बयां करती दिखी थी। 
अनुच्छेद 370 को हटाये जाने को लेकर कांग्रेस नेताओं की अलग-अलग राय सामने आई थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने इसे हटाने का समर्थन किया था लेकिन कांग्रेस के पूर्व महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा था कि एक भूल जो आज़ादी के समय हुई थी, उस भूल को देर से सही लेकिन सुधारा गया और यह क़दम का स्वागत किया जाना चाहिए। हालाँकि उन्होंने कहा था कि यह पूरी तरह उनकी निजी राय है। 
इसके बाद राज्यसभा में कांग्रेस के चीफ़ व्हिप भुवनेश्वर कलिता ने भी इस मुद्दे पर इस्तीफ़ा दे दिया था। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के बेटे और पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मोदी सरकार के इस फ़ैसले का समर्थन किया था। नेहरू-गाँधी परिवार के गढ़ रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने भी इस मुद्दे पर पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया था। 
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क़मर वहीद नक़वी

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