loader

भारत-चीन सीमा विवाद: दोनों देशों के शीर्ष कमांडर्स के बीच बातचीत जारी

भारत-चीन के बीच सीमा पर चल रहे विवाद को लेकर दोनों देशों के शीर्ष सैन्य कमांडर्स के बीत बातचीत जारी है। 14 कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह अपने चीनी समकक्ष से इस संकट के समाधान को लेकर बातचीत कर रहे हैं। इस वार्ता का अनुरोध भारत की ओर से किया गया है और यह भारतीय सीमा बिंदु पर चुशुल-मोल्डो इलाके में हो रही है। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर पिछले एक महीने से दोनों देशों के बीच विवाद चल रहा है।  

 

इससे पहले भारत और चीन के बीच शुक्रवार को वीडियो कॉल के जरिये बातचीत हुई और इससे लगता है कि दोनों ही देश मतभेदों को शांतिपूर्वक बातचीत के जरिये हल करने की कोशिश करेंगे। यह वीडियो कॉल विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी) नवीन श्रीवास्तव और चीनी विदेश मंत्रालय में महानिदेशक वू जियांगहाओ के बीच हुई और इसमें दोनों देशों के राजदूतों ने भी हिस्सा लिया। 

ताज़ा ख़बरें

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है, ‘दोनों पक्षों ने ताज़ा हालात की समीक्षा की है और भारत और चीन के बीच शांतिपूर्ण, स्थिर और संतुलित संबंधों पर जोर दिया है। दोनों देश इस बात पर भी सहमत थे कि दोनों को एक-दूसरे की भावनाओं, चिंताओं और महत्वाकांक्षाओं का सम्मान करते हुए शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से अपने मतभेदों को सुलझाना चाहिए।’ इससे माना यह जा रहा है कि दोनों देश इस विवाद का निपटारा करना चाहते हैं। 

दूसरी ओर, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘वर्तमान में, चीन-भारत की सीमाओं के बीच हालात स्थिर और नियंत्रण में हैं। दोनों देशों के बीच सीमा से संबंधित मामलों के लिए अच्छा तंत्र है और दोनों देश राजनयिक और सैन्य स्तर पर संवाद करते रहते हैं और मुद्दों के समाधान के लिए काम कर रहे हैं।’ 

देश से और ख़बरें

इसके पहले दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडर्स के बीच हुई बातचीत नाकाम रही थी। दोनों देशों के मेज़र जनरल स्तर के अधिकारियों के बीच भी बैठक हो चुकी है। 

कुछ दिन पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था, 'यह सच है कि चीन की सीमा पर तनाव है, चीन एक निश्चित बिन्दु तक अपना दावा करता है और भारत एक दूसरे बिन्दु तक, दोनों में इस पर मतभेद हैं। चीन ने अच्छी तादाद में सैनिक जमा कर रखे हैं और ऐसा भारत ने भी किया है।' 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें