loader

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में माओवादी हमला, 16 जवान शहीद 

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में माओवादियों ने आईईडी विस्फोट किया है। विस्फोट में 16 जवान शहीद हो गए हैं। विस्फोट गढ़चिरौली के कुरखेड़ा इलाक़े में हुआ। बताया जाता है कि घटना के वक़्त कमांडो की यूनिट का दस्ता वहाँ से गुजर रहा था। इसी दौरान माओवादियों ने घात लगाकर विस्फोट किया। 

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को ही गढ़चिरौली में माओवादियों ने रोड बनाने वाली कंपनी के 25 वाहनों में आग लगा दी थी। बीते 2 सालों में इसे महाराष्ट्र में माओवादियों का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ भी हुई। माओवादियों ने सुरक्षा बलों की गाड़ियों को निशाना बनाते हुए यह धमाका किया है। ख़बरों के मुताबिक़, धमाके की चपेट में सुरक्षा बलों की दो गाड़ियाँ आई हैं। 

विस्‍फोट इतना जबरदस्‍त था कि वाहनों के परखच्‍चे उड़ गये। बता दें कि पिछले साल अप्रैल में गढ़चिरौली में हुए एक बड़े एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने 40 माओवादियों को मार गिराया था। 

ताज़ा ख़बरें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हमले में शहीद हुए जवानों का बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा। हिंसा के लिए ज़िम्मेदार साजिशकर्ताओं को बख़्शा नहीं जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जवानों पर हमले की कड़ी निंदा की है और इस हमले को कायराना हरक़त करार दिया है। उन्होंने कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। 

पिछले महीने ही छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ़) के जवानों को अपना निशाना बनाया था। छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके़ में हुए नक्सलियों के इस हमले में सीआरपीएफ़ के तीन जवान शहीद हो गए थे जबकि बीजेपी के विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई थी।

बता दें कि 25 मई 2013 को छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया था। यह दिल दहला देने वाली घटना थी। इस घटना में कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा और नंदकुमार पटेल समेत 25 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे।  

देश से और ख़बरें

अप्रैल 2017 में सुकमा जिले में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे। अक्टूबर 2009 में भी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में लाहिड़ी पुलिस थाने पर हमला करके नक्सलियों ने 17 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी।  

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें