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लॉकडाउन- सख़्त निर्णय से लोगों को हुई दिक्कतों के लिए मैं माफ़ी माँगता हूँ: मोदी

लॉकडाउन से आने वाली दिक्कतों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माफ़ी माँगी है। उन्होंने कहा, '...सबसे पहले मैं देशवासियों से क्षमा माँगता हूँ। और मेरी आत्मा कहती है कि आप ज़रूर क्षमा करेंगे। क्योंकि कुछ ऐसे निर्णय लेने पड़े हैं जिसकी वजह से आपको कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है...।' उन्होंने कहा कि लॉकडाउन ज़रूरी था। वह 'मन की बात' को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार इस कार्यक्रम में सिर्फ़ कोरोना वायरस पर संबोधित किया, जबकि आम तौर पर इस कार्यक्रम में कई विषय शामिल होते हैं। फ़िलहाल कोरोना वायरस काफ़ी तेज़ी से फैल रहा है और इसको लेकर देश भर में खौफ का माहौल है। इसको फैलने से रोकने के लिए इसी हफ़्ते प्रधानमंत्री ने पूरे देश भर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी।  
भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव के मामले हर रोज़ अब पिछले दिनों के मुक़ाबले ज़्यादा आ रहे हैं। पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 979 हो गई है। इससे पहले शनिवार को एक दिन में सबसे ज़्यादा 194 मामले आए और इसके साथ ही पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 918 हो गई थी। अब तक 25 लोगों की मौत हुई है।  

लॉकडाउन के बाद दिल्ली एनसीआर से लगातार तीन-चार दिन से हज़ारों लोग जैसे-तैसे अपने घर पहुँचने की जद्दोजहद में हैं। पैदल ही लोग अपने-अपने घरों के लिए निकले जा रहे हैं चाहे कोई वाहन मिले या न मिले। लॉकडाउन के बाद देश भर में ऐसा ही माहौल है। काम बंद होने के कारण ग़रीब मज़दूरों को शहर में रहना ज़्यादा ही मुश्किल हो रहा है और हज़ार-हज़ार किलोमीटर तक पैदल चलने के लिए ऐसे लोग जोखिम उठा रहे हैं। हालाँकि, सरकारों ने अपनी-अपनी तरफ़ से खाने-पीने की व्यवस्था करने के दावे किए हैं और सरकार ने भी राहत पैकेज की घोषणा की है। लेकिन लगता है ये नाकाफ़ी साबित हो रहे हैं।

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ऐसे ही माहौल के बीच 'मन की बात' के संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस नें पूरी दुनिया में लॉकडाउन कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने भारतीयों से आग्रह किया कि वे हिम्मत दिखाएँ और यह प्रतिज्ञा लें कि कुछ दिनों के लिए 'लक्ष्मण रेखा' पार नहीं करेंगे। 

मोदी ने स्वास्थ्य कर्मियों की एक बार फिर से तारीफ़ की और कहा कि हमें उन पहली पंक्ति में खड़े सोल्जर्स से प्रेरणा लेनी चाहिए जो कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ रहे हैं, विशेष रूप से नर्स, डॉक्टर्स, पारामेडिक्स से। 

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प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस के उस एक मरीज से बात भी की जो पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। उन्होंने आगरा के एक उस व्यक्ति से भी बात की जिसका पूरा परिवार इस वायरस से संक्रमित हो गया था। मोदी ने फिर से इस बात पर ज़ोर दिया कि लोग अपने घरों में ही रहें और इसी से इस वायरस से लड़ा जा सकता है। उन्होंने इस लड़ाई में साथ देने वाले हर किसी को धन्यवाद दिया। 
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क़मर वहीद नक़वी

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