कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जिस तरह से दुनिया भर के प्रभावित देश लॉकडाउन कर रहे हैं यानी पूरे देश को बंद कर रहे हैं वैसा ही लॉकडाउन रविवार को भारत में है। यह लॉकडाउन 'जनता कर्फ्यू' के रूप में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में 'जनता कर्फ्यू' की बात कही और हो गया भारत बंद का रास्ता साफ़। प्रधानमंत्री की अपील पर रविवार सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक 'जनता कर्फ्यू' है। 'जनता कर्फ्यू' का मतलब है कि जनता का ख़ुद से ही यह फैसला करना कि वे बाहर नहीं निकलेंगे और कर्फ्यू जैसी स्थिति पैदा कर देंगे। लोगों के घर पर ही रहने से संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलने की उम्मीद है। इस दौरान ज़रूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई है। मेडिकल जैसी ज़रूरी सेवाएँ ही जारी रहेंगी, बाक़ी सारे प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
जनता कर्फ्यू शुरू हो रहा है...
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2020
मेरी विनती है कि सभी नागरिक इस देशव्यापी अभियान का हिस्सा बनें और कोरोना के खिलाफ लड़ाई को सफल बनाएं।
हमारा संयम और संकल्प इस महामारी को परास्त करके रहेगा। #JantaCurfew pic.twitter.com/p5onFBSoPB
बता दें कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए स्कूल-कॉलेज, मॉल, बार जैसे प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए हैं। आंशिक रूप से ट्रेन और बस सेवाएँ भी रद्द की गई हैं। सभी परीक्षाएँ भी टाल दी गई हैं। बाहर भीड़ कम करने के लिए सरकारी और निजी कार्यालयों में कहा गया है कि वे अपने घर से काम करें।
कोरोना को फैलने से रोकने के लिए ऐसे क़दम इसलिए उठाए जा रहे हैं क्योंकि अब तक भारत में भी यह काफ़ी ज़्यादा फैल चुका है। अब तक 315 पॉजिटिव मामले आ चुके हैं। इसमें से चार लोगों की मौत हो चुकी है। 22 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
दुनिया भर में तो 3 लाख से ज़्यादा पॉजिटिव केस आ चुके हैं और 13 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। दुनिया भर में इससे 95 हज़ार से ज़्यादा लोग ठीक भी हो चुके हैं। सबसे ज़्यादा मौतें इटली में हुई हैं और मरने वालों की संख्या 4800 से ज़्यादा हो गई है।
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