हैकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट के ट्विटर अकाउंट को निशाना बनाया है और कुछ देर के लिए उसे हैक कर लिया। ट्विटर ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। हैकरों ने हैकिंग के बाद एक के बाद एक कई ट्वीट किए। इन ट्वीट में प्रधानमंत्री के फॉलोअरों से रिलीफ़ फ़ंड में क्रिप्टोकरंसी चंदा देने का आग्रह किया गया था। हालाँकि ये ट्वीट तुरंत हटा दिए गए।
प्रधानमंत्री के जिस ट्विटर एकाउंट को निशाना बनाया गया है वह है narendramodi_in. यह प्रधानमंत्री मोदी की पर्सनल वेबसाइट https://www.narendramodi.in और नरेंद्र मोदी मोबाइल एप्लिकेशन से जुड़ा ट्विटर एकाउंट है। इस अकाउंट पर प्रधानमंत्री के 25 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री के पर्सनल ट्विटर एकाउंट पर 6 करोड़ 17 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर हैं। उनका यह ट्विटर अकाउंट प्रभावित नहीं हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी की पर्सनल वेबसाइट के टि्वटर अकाउंट narendramodi_in पर हैकरों द्वारा एक मैसेज में लिखा गया, 'मैं आप लोगों से अपील करता हूँ कि कोविड-19 के लिए बनाए गए पीएम मोदी रिलीफ फंड में डोनेट करें।' एक और ट्वीट में लिखा गया, यह अकाउंट जॉन विक (hckindia@tutanota.com) ने हैक किया है। हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है।' हालाँकि इन ट्वीट को बाद में हटा लिया गया।
बता दें कि पेटीएम मॉल के डाटा चोरी में जॉन विक ग्रुप का ही नाम आया था। साइबर सिक्योरिटी फर्म साइबल ने 30 अगस्त को दावा किया था कि जॉन विक ग्रुप ने पेटीएम मॉल का डाटा चोरी किया है।
बहरहाल, मोदी की पर्सनल वेबसाइट के ट्विटर अकाउंट हैक किए जाने के बाद ट्विटर ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी की वेबसाइट के ट्विटर अकाउंट की गतिविधियों से वाकिफ़ है और इसने इसे सुरक्षित रखने के लिए कई क़दम उठाए हैं।
ट्विटर प्रवक्ता ने ईमेल वाले बयान में कहा, 'हम सक्रियता से स्थिति की पड़ताल कर रहे हैं। इस समय हमें अतिरिक्त खातों के प्रभावित होने की जानकारी नहीं है।'
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