अंडमान निकोबार द्वीप समूह के उत्तरी सेंटिनल टापू पर एक अमरीकी सैला की हत्या कर दी गयी है। अमरीकी दूतावास ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वे इसकी विस्तृत जानकारी जुटा रहे हैं। जॉन अलेन चाउ उत्तरी सेंटिनल टापू पर वहां के मूल निवासियों से मिलने गए हुए थे, जहां तीर लगने से उनकी मौत हो गई। समझा जाता है कि उत्तरी सेंटिनली जनजाति के लोगों ने उन पर हमला कर दिया। यह जनजाति संरक्षित है और बाहर के लोगोें के लिए उनसे मिलना मना है। उनकी जनसंख्या सिमट कर 40 तक रह गई है। सरकार ने उसकी सुरक्षा के मद्देनज़र 2011 में उन्हें संरक्षित घोषित कर दिया। पुलिस ने उन सात मछुआरों को गिरफ़्तार कर लिया है, जो इस अमरीकी सैलानी को उस टापू तक ले गए थे। एक मछुआरे ने बताया कि चाउ को उस टापू पर पंहुचा कर वे लौट आए। लेकिन थोड़ी ही देर में उन्होंने देखा कि वे तीर से बिंधे हुए हैं। उत्तरी सेंटिनली जनजाति के लोग बाहरी लोगों से मिलना-जुलना पसंद नहीं करते हैं।
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