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संपादक से बोले राहुल, क्या मोदी जी की नोटशीट में लिखा था जवाब

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने एक निजी न्यूज़ चैनल के साथ इंटरव्यू के दौरान उसके संपादकों को बगलें झाँकने को मजबूर कर दिया। हुआ यूँ कि इंटरव्यू के दौरान एक संपादक ने राहुल गाँधी से कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी थी कि वह शेष चुनाव नोटबंदी और जीएसटी पर लड़कर दिखाएँ। संपादक ने कहा कि उन्होंने यह सवाल नरेंद्र मोदी से इंटरव्यू के दौरान पूछा और मोदी जी ने इसका जवाब दिया कि उत्तर प्रदेश का चुनाव नोटबंदी पर हो चुका है और उसे बीजेपी जीत चुकी है। इसी तरह कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव में जीएसटी को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा लेकिन वहाँ भी बीजेपी ही जीती और अब पाँच साल के कामकाज पर चुनाव हो रहा है। राहुल गाँधी ने इसका जो जवाब दिया, वह निश्चित रूप से सुनने लायक है। राहुल ने सवाल पूछते हुए कहा कि यह जो जवाब मोदी जी ने दिया वह उनके हाथ में जो नोटशीट थी उसमें लिखा हुआ था? राहुल ने यह भी कहा कि इंटरनेट के माध्यम से यह तो सभी ने देखा। अर्जुन महर नाम के ट्विटर यूज़र ने इस वीडियो को ट्वीट किया है। 
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अब राहुल ने ऐसा क्यों कहा, आप यह जानिए। हाल ही में इसी न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में एक पेज था, जिस पर सवाल भी लिखा था और जवाब भी, यह पेज सोशल मीडिया पर ख़ासा वायरल हो गया है। इस पेज में इंटरव्यू का 27वां प्रश्न लिखा हुआ था। इसमें लिखा है, “चलते-चलते मैं कवि नरेन्द्र मोदी से ये जानना...कुछ लिखा है क्या?” इस सवाल के जवाब में मोदी इसी पन्ने पर नीचे लिखी कविता को पढ़ते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इंटरव्यू में इस कविता को पढ़कर सुनाया था। कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख दिव्या स्पंदना ने इस वीडियो को ट्वीट किया था। 
इसके बाद सवाल उठने लगा कि क्या प्रधानमंत्री का इंटरव्यू फ़िक्स था। क्योंकि पहले भी कई बार प्रधानमंत्री के इंटरव्यू को लेकर यह सवाल उठे हैं कि उनसे क्यों बेहद आसान सवाल किए जाते हैं। 
इसी इंटरव्यू में संपादक ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछा था कि क्या आप बटुआ रखते हैं, तो इसे लेकर भी लोगों ने कहा था कि किसी को भी प्रधानमंत्री से इतने ‘कठिन’ सवाल नहीं पूछने चाहिए। उससे पहले फ़िल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने पूछा था कि इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी से पूछा था कि आप आम कैसे खाते हैं, काट के खाते हैं या चूस (गुठली के साथ) के। इसे लेकर लोगों ने कहा था कि इस तरह के सवालों को पूछने का क्या मतलब है। हालाँकि अक्षय कुमार ने कहा था कि यह सवाल उनके ड्राइवर की बेटी का था। 
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एक निजी चैनल के इंटरव्यू में भी प्रधानमंत्री मोदी से पत्रकार ने सवाल पूछा था कि “प्रधानमंत्री जी आप थकते क्यों नहीं हैं? कोई टॉनिक वॉनिक लेते हैं क्या?” इस तरह हाल ही में इंटरव्यू में पूछे गए ऐसे सवालों को लेकर पत्रकारों और सवाल पूछने वाले दूसरे लोगों को सोशल मीडिया पर काफ़ी ट्रोल किया जा चुका है।

इस साल की शुरुआत में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश के लिए कहा था कि वह इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री से ख़ुद ही सवाल कर रही थीं और ख़ुद ही जवाब भी दे रही थीं। इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए स्मिता प्रकाश ने कहा था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्यक्ष को यह शोभा नहीं देता कि वह एक इंटरव्यू के आधार पर किसी पत्रकार पर हमला करें। 

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क़मर वहीद नक़वी

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