पुलिस ने शरजील के छोटे भाई मुज़्जमिल से भी पूछताछ की थी। इसके बाद शरजील को अदालत में पेश किया गया था जहां से उसे दिल्ली पुलिस को 36 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर दे दिया गया था।
शरजील पर 5 राज्यों में राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। असम के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर की सरकारों ने भी शरजील के ख़िलाफ़ मामले दर्ज किए हैं। वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में इतिहास के शोध छात्र हैं।
क्या है मामला?
शरजील ने 16 जनवरी को अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय परिसर में कथित तौर पर कहा था कि असम और पूरे पूर्वोत्तर को शेष भारत से काट कर रख देना चाहिए, तभी केंद्र सरकार मुसलमानों की बात सुनेगी। इसके बाद वह इसमें यह भी कहते हुए दिखते हैं कि असम में एनआरसी के नाम पर मुसलमानों को उत्पीड़ित किया जा रहा है।“
मैं यह कह रहा था कि जहाँ मुमकिन हो, हमें शान्तिपूर्ण तरीके से सड़क जाम करना चाहिए। उस परिप्रेक्ष्य में मैंने यह कहा था कि असम को जाने वाली सभी सड़कों को जाम कर देना चाहिए। यह मुख्य रूप ले चक्का जाम की अपील थी।
शरजील इमाम, शोध छात्र
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