भारत और चीन के बीच तनाव जिस समय चरम पर था, वायु सेना ने श्रीनगर एअर बेस को लॉजिस्टिक्स केंद्र में तब्दील कर लिया। यह खबर लिखे जाते समय तक ऐसी ख़बरें है कि चीन गलवान घाटी खाली कर रहा है और हॉट स्प्रिंग्स व गोगरा खाली करने पर भी राज़ी हो गया है।
लेकिन तनाव लगातार बना हुआ है। इस तनाव को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि भारतीय सेना को लंबे समय तक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर बने रहना पड़ सकता है। उसे देखते हुए ही लॉजिस्टिक्स की तैयारियाँ की गईं हैं।
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युद्ध की तैयारियाँ!
आज स्थिति यह है कि श्रीनगर का एअर बेस लॉजिस्टिक्स का केंद्र है, वहाँ सैनिक, सेना के साजो-सामान, हथियार, उपकरण व दूसरी चीजों का जमावड़ा है।उन्होंने कहा कि श्रीनगर का ऑपरेशन अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन रहा है।
श्रीनगर एअर बेस पर सबसे बड़ा परिवहन विमान उतार दिया गया जिससे सैनिकों और साजो सामान को ले जाने में बहुत ही सुविधा होगी।
हालांकि दोनों सेनाओं ने अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है और तनाव कम होने के आसार है, पर भारतीय वायु सेना अपनी ओर से पूरी तरह चौकस है। श्रीनगर एअर बेस पर पूरी तैयारियाँ पहले की तरह ही चल रही हैं।
वायु सेना ने अपाचे हेलीकॉप्टर तैनात कर रखा है जो नियमित तौर पर उड़ानें भरता है और लद्दाख के एअर बेस तक जाता है और लौट कर आता है। भारत ने श्रीनगर में 20 से अधिक लड़ाकू हेलीकॉप्टर तैयार रखे हैं जो ज़रूरत पड़ने पर तुरन्त ऑपरेशन में जुट सकते हैं।
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