भारत सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा है कि तब्लीग़ी जमात से जुड़े जिन लोगों ने आपराधिक बर्ताव कर कोरोना वायरस को फैलाने का पाप किया, वे लोग अब ख़ुद के कोरोना वॉरियर होने का दावा कर रहे हैं। नक़वी ने ट्वीट कर कहा, ‘यह हैरान करने वाला है। अपने अपराध के लिए शर्मिंदा होने के बजाय तब्लीग़ी जमात से जुड़े लोग ऐसा दावा करके लाख़ों कोरोना वॉरियर्स का अपमान कर रहे हैं।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह चोरी और सीना ज़ोरी है।
नक़वी ने यह टिप्पणी तब्लीग़ी जमात के लोगों द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से उबरने के बाद प्लाज़्मा देने को लेकर की है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह बात सही है कि कुछ देशभक्त मुसलमानों ने ज़रूरतमद लोगों के लिए प्लाज़्मा दिया है लेकिन इन सभी को तब्लीग़ी कहना सही नहीं होगा। नक़वी ने आगे कहा कि हर भारतीय मुसलमान को तब्लीग़ी घोषित करने की सोची-समझी साज़िश रची गई है। बता दें कि दिल्ली में बड़ी संख्या में तब्लीग़ी जमात के लोग प्लाज़्मा देने के लिए आगे आए हैं।
इससे पहले नक़वी ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि किसी एक समूह या किसी एक व्यक्ति के अपराध के लिए पूरे मुसलिम समुदाय को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। नक़वी ने कहा था कि अल्पसंख्यक समाज में अधिकांश लोगों ने तब्लीग़ी जमात के कृत्य की निंदा की है और उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के लिए कहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिन पहले कहा था कि दिल्ली में डॉक्टर्स ने 4 मरीजों पर प्लाज़्मा थेरेपी का ट्रायल करके देखा और इसके परिणाम अच्छे रहे हैं। इसके बाद कुछ और राज्य भी प्लाज़्मा थेरेपी की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
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