ट्रंप ने ट्वीट किया, 'मुझे यह एलान करते हुए गर्व हो रहा है कि अमेरिका भारत में अपने दोस्तों को वेंटीलेटर देगा। हम महामारी के इस दौर में भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं। हम मिलजुल कर अदृश्य शत्रु को परास्त कर देंगे।'
I am proud to announce that the United States will donate ventilators to our friends in India. We stand with India and @narendramodi during this pandemic. We’re also cooperating on vaccine development. Together we will beat the invisible enemy!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 15, 2020
भारतीय बना रहे हैं टीका
राष्ट्रपति ने अपने आवास व्हाइट हाउस के रोज़ गार्डन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 'भारत के कई वैज्ञानिक और शोधकर्ता अमेरिका में रहते हैं और कोरोना टीका पर शोध कर रहे हैं।' उन्होंने उम्मीद जताई कि यह टीका जल्द ही बन कर तैयार हो जाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ की है। पर कुछ दिन पहले ही उन्होंने हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्विन दवा के मुद्दे पर भारत को धमकी दी थी और कहा था कि यदि भारत ने उस दवा की आपूर्ति नहीं की वह उसके ख़िलाफ़ बदले की कार्रवाई करेंगे। उन्होंने ख़ुद नरेंद्र मोदी से फ़ोन पर बात की और यह दवा देने की माँग की थी।
पश्चिम बंगाल में पैदा होने वाले सिनकोना की छाल से बनने वाली क्लोरोक्विन दरअसल मलेरिया की दवा है। लेकिन ट्रंप का मानना था कि इससे कोरोना का इलाज भी किया जा सकता है। भारत ने उन्हें इस दवा की 2.90 करोड़ टिकिया दी। हालांकि बाद में शोध में यह पाया गया कि क्लोरोक्विन से कोरोना इलाज में फ़ायदा नहीं होता है।
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