उत्तराखंड के रुद्रपुर से बीजेपी विधायक राजकुमार ठुकराल का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में ठुकराल एक चुनावी सभा में लोगों को संबोधित करते हुए मुसलमानों के ख़िलाफ़ जमकर जहर उगल रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में ठुकराल कहते हैं, ‘मुझे याद है जब विधानसभा चुनाव होता था, मैं कहता था कि मेरी सभा के अंदर कोई मुसलमान हो चला जाए यहां से, मुझे किसी मुसलमान का वोट नहीं चाहिए और मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूँ।’ वहां खड़े लोग इस पर उनकी जिंदाबाद के नारे लगाते हैं।
विधायक आगे कहते हैं, 'मेरा जीवन खुली क़िताब है, मैं इन मुसलमानों के वहां पानी भी नहीं पीयूंगा, इनकी पत्नी, इनकी बेग़म उस पानी में थूक डालकर देती हैं, चाय पीयोगे, सेवइयां खाओगे, रोटी खाओगे, उसमें थूक डाल देते हैं और हिंदू को नापाक करते हैं।'
विधायक ठुकराल कहते हैं, ‘मेरा सिर कभी मुसलमान के आगे, किसी मसजिद में नहीं झुकेगा, ये मैं आपसे कहता हूँ। मैं किसी मुसलमान का कोई काम नहीं करता। अधर्मी, पापी, देश में रहते हो, देश का अन्न खाते हो, देश का बुरा करते हो, भारत तेरे टुकड़े होंगे चार, कोई माई का लाल भारत के टुकड़े नहीं कर सकता।’
अब सारा सवाल प्रधानमंत्री जी से ही होना चाहिए। क्योंकि राजकुमार ठुकराल उन्हीं की पार्टी के टिकट पर दो बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं। इस बार भी बीजेपी ने उनसे सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। हद इस बात की है कि जब ठुकराल साफ़-साफ़ गालियां देते दिख रहे हैं और कहीं से नहीं दिखता कि इस वीडियो से छेड़छाड़ की गई है तो फिर उन्हें स्पष्टीकरण देने के लिए क्यों समय दिया गया है।
प्रधानमंत्री जी, जब विधायक के अंदर इतनी नफ़रत देश के मुसलमानों के ख़िलाफ़ भरी होगी और वह खुलकर कह रहे हैं कि वह किसी मुसलमान का कोई काम नहीं करते तो फिर आपके ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ वाले नारे का क्या होगा।
प्रधानमंत्री जी, अगर आप वास्तव में देश में मुसलमानों को आगे बढ़ते देखना चाहते हैं (जैसा आपने भाषण में कहा था) तो अपनी पार्टी के इस विधायक के ख़िलाफ़ इतनी कड़ी कार्रवाई कीजिए कि आगे से कोई नेता इस तरह की बात सोच भी न सके। इससे यह भी पता चलेगा कि प्रधानमंत्री का भाषण क्या सिर्फ़ कोरा बयान था या वह वास्तव में अल्पसंख्यकों के लिए चिंतित थे। क्योंकि पहले भी उन्होंने महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाली बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के लिए कहा था कि वह उसे मन से माफ़ नहीं कर पायेंगे, लेकिन तब कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ था।
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