बीवाई विजयेंद्र
भाजपा - शिकारीपुरा
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ऐसे समय जब हिन्दुत्ववादी ताक़तें राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में मुसलमानों के खुले में नमाज पढ़ने का विरोध कर रही हैं, दक्षिण भारत से खबरें आ रही हैं कि उन्होंने वहां ईसाइयों पर हमला किया है। यह वारदात ऐसे समय हुई है जब कर्नाटक सरकार धर्म परिवर्तन विरोधी विधेयक लाने की तैयारी कर रही है और वहां के ईसाई इसका विरोध कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें देखा जा सकता है कि कथित तौर पर बजरंग दल के कार्यकर्ता ईसाइयों के एक प्रार्थना कक्ष में ज़बरन घुस जाते हैं और वहाँ तोड़फोड़ करते हैं। यह कथित वारदात कर्नाटक के हसन ज़िले की है।
Bajarang Dal members barge into a Prayer Hall in Hassan district of #Karnataka, allege Conversion. Visuals of alleged incident shows the activists stopping the prayer and asking the people to step out of the prayer hall. @IndianExpress pic.twitter.com/GNtpTNqHzn
— Darshan Devaiah B P (@DarshanDevaiahB) November 29, 2021
बेलुड़ के पुलिस अधिकारियों ने इस वारदात की पुष्टि की है और यह भी कहा कि इस मामले में अब तक किसी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है।
पुलिस के. एम. योगेश ने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा, "हम वारदात की खबर मिलते ही मौके पर पहुँचे और दोनों पक्षों को चेतावनी दी।"
यह वारदात ऐसे समय हुई है जब कर्नाटक सरकार शीतकालीन सत्र में धर्मपरिवर्तन विरोधी विधेयक विधानसभा में पेश करेगी। शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर को शुरू होगा।
बेंगलुरु के आर्चबिशप रेवरेंड पीटर ने मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई को ख़त लिख कर इस प्रस्तावित विधेयक का विरोध किया है।
याद दिला दें कि इस साल 19 मार्च को बीजेपी और आरएसएस से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीवीपी के सदस्यों ने मध्य प्रदेश में चलती ट्रेन से चार ईसाई महिलाओं को ज़बरन उतरवा दिया था। उन पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया गया।
केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने इस पर गहरी आपत्ति जताते हुए गृह मंत्री अमित शाह को कड़ी चिट्ठी लिखी है। इस मामले में 9 लोगों को गिरफ़्तार किया गया।
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