loader

मीडिया पर भड़के दिशा सालियान के पिता, कहा- बेटी की मौत को लेकर झूठ फैलाया जा रहा

फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की एक्स मैनेजर दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान मीडिया पर बुरी तरह भड़क गए हैं। उन्होंने मुंबई पुलिस को ख़त लिखकर कहा है कि उनकी बेटी की मौत कैसे हुई, इसे लेकर मीडिया में झूठी ख़बरें चलाई जा रही हैं। 

ख़त में उन्होंने लिखा है, ‘दिशा के रेप और मर्डर की ख़बरें मनगढ़ंत हैं और मीडिया का एक वर्ग उनका और उनके परिवार का मानसिक उत्पीड़न कर रहा है। इस तरह की ख़़बरों से लोगों को ग़लत जानकारी देने के साथ ही उनकी बेटी और पूरे परिवार की इमेज ख़राब की जा रही है।’ 

ताज़ा ख़बरें

दिशा सालियान ने सुशांत की मौत से 5 दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। दिशा की आत्महत्या से सुशांत का नाम जोड़ा जा रहा था। दिशा के बारे में कहा गया था कि वह अपने मंगेतर रोहन रॉय के 14 वीं मंजिल पर स्थित फ़्लैट से नीचे कूद गई थीं। यह भी कहा गया था कि इससे पहले वह किसी पार्टी में गई थीं। 

दिशा की मौत से परेशान थे सुशांत 

मुंबई पुलिस के कमिश्नर परम बीर सिंह ने कुछ दिन पहले कहा था, ‘सुशांत सिंह राजपूत अपनी पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत से उनका नाम जोड़े जाने से बहुत परेशान थे। यह पता चला है कि सुशांत गूगल पर सर्च कर रहे थे कि दिशा की मौत को लेकर छपे आर्टिकल्स में उनके बारे में क्या लिखा जा रहा है। उन्होंने आत्महत्या वाली घटना से पहली रात को भी दो घंटे तक इस बारे में गूगल पर सर्च किया था। इसके अलावा उन्होंने पेनलैस डैथ, सिज़ोफ़्रेनिया और बाइपोलर डिसऑर्डर को भी सर्च किया था।’ 

महाराष्ट्र से और ख़बरें

नारायण राणे के आरोप ग़लत

सतीश सालियान का ख़त सामने आने से एक दिन पहले महाराष्ट्र बीजेपी के बड़े नेता नारायण राणे ने आरोप लगाया था कि दिशा के प्राइवेट पार्ट्स में चोट थी। राणे ने कहा था कि इस मामले में रेप और हत्या का एंगल भी हो सकता है। हालांकि दिशा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह पता चला है कि ऊंचाई से गिरने के कारण उसे कई जगह चोट लगी थी और इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उसके प्राइवेट पार्ट्स में चोट थी। 

दिशा के पिता ने लिखा है, ‘दिशा के किसी राजनेता या फ़िल्मी जगत के बड़े लोगों के साथ किसी पार्टी में शामिल होने की मीडिया द्वारा चलाई जा रही ख़बरें सिर्फ बेचने के लिए हैं और इनका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है।’

ख़त में सतीश सालियान ने लिखा है कि उन्होंने दिशा की मौत को लेकर मीडिया द्वारा चलाई जा रही फर्जी ख़बरों को लेकर 13 जुलाई को मालवानी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा है कि वह पुलिस को बताना चाहते हैं कि पत्रकार उनके परिवार पर किस तरह का जुल्म ढा रहे हैं। 

उन्होंने लिखा है, ‘मीडिया के कुछ लोग अपने चैनल की पहचान छुपाकर दिशा की मौत को लेकर इंटरव्यू के नाम पर उनके घर में घुस आए। ये लोग हमसे मुंबई पुलिस में हमारा भरोसा होने को लेकर बार-बार सवाल पूछकर हमारा उत्पीड़न कर रहे हैं। जबकि हमें मुंबई पुलिस पर पूरा भरोसा है और हम जांच से संतुष्ट हैं।’ 

अंत में उन्होंने लिखा है कि वह पुलिस से प्रार्थना करते हैं कि इस तरह के पत्रकारों, राजनेताओं के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई की जाए। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें