loader

महाराष्ट्र: तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच 31 जुलाई तक बढ़ा लॉकडाउन

महाराष्ट्र में 31 जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। पिछले सप्ताह तक जहां यह लगने लगा था कि हालात कुछ नियंत्रण में आ रहे हैं लेकिन पिछले तीन दिनों मे आंकड़े बढ़े हैं और इससे सरकारी दावों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इससे पहले 30 जून तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाया गया था। बता दें कि देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में ही हैं। 

राज्य के चीफ सेक्रेटरी अजॉय मेहता की तरफ से लॉकडाउन बढ़ाने का आदेश जारी किया गया है। इस आदेश में कहा गया है कि राज्य में कोरोना वायरस के फैलने का ख़तरा लगातार बना हुआ है। इसलिए वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ज़रूरी उपाय के तहत ये क़दम उठाया जा रहा है। महामारी एक्ट 1897 की धारा-2 और आपदा प्रबंधन कानून 2005 के तहत पूरे महाराष्ट्र में 31 जुलाई, 2020 मध्यरात्रि तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया जाता है। 

ज़रूरी वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी

आदेश में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान अब तक जिस तरह ज़रूरी वस्तुओं की दुकानें (दूध, सब्जी और दवाइयां) खुलती रही हैं, उसी तरह उन्हें छूट जारी रहेगी। वहीं, ऑड-ईवन डे में दूसरी दुकानों को भी खोला जा सकता है। इसके साथ ही दफ्तरों में सीमित संख्या में कर्मचारियों की उपस्थिति होगी। 

ताज़ा ख़बरें

गाइडलाइंस का सख्ती से हो पालन

मिशन बिगिन अगेन के तहत राज्य सरकार के सभी विभागों को पहले जारी की गई गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि स्थानीय परिस्थितियों के मुताबिक़ संबंधित जिला कलेक्टर, म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के कमिश्नर ज़रूरी प्रतिबंध लागू कर सकते हैं। इसके तहत वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लोगों के आने-जाने और गैर-ज़रूरी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। 

रविवार को राज्य में कोरोना के एक दिन में रिकॉर्ड 5,493 नए मामले सामने आए हैं और 156 लोगों की मौत हुई है। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,64,626 हो गई है और जान गंवाने वालों का आंकड़ा 7,429 हो गया है। 

महाराष्ट्र से और ख़बरे

बताया गया है कि राज्य में एक दिन में 2,230 लोगों ने कोरोना वायरस को मात दी। इससे राज्य में ठीक हुए लोगों की संख्या 86,575 हो गई है और 70,607 मरीजों का इलाज अब भी चल रहा है। 

मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक कुल 75,539 मामले सामने आए हैं। यहां महामारी से अब तक कुल 4371 लोगों की मौत भी हो चुकी है।  गृह मंत्रालय की तरफ से शहर में बिना मतलब  घूमने वाले लोगों पर सख्ती बरतने के आदेश दिए गए हैं, विशेष रूप से बड़ी गाड़ियां लेकर घूमने वाले युवाओं पर। 

जुर्माना लगाने की चेतावनी 

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अपने घर से दो किलोमीटर के दायरे के बाहर बिना किसी आवश्यक कार्य के लिए नहीं निकलें अन्यथा उनके ख़िलाफ़ जुर्माना लगाया जाएगा। वैसे, पिछले कई दिनों से जांच बढ़ा दी गयी हैं और प्रशासन बार-बार यह दावा कर रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में स्थिति नियंत्रण में होगी लेकिन आंकड़े उसके दावों पर विश्वास नहीं करने दे रहे हैं।     

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
संजय राय

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें