loader

अकेले महाराष्ट्र में ही चीन से ज़्यादा हुए कोरोना संक्रमण के मामले

जिस चीन से कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई थी आज भारत के एक राज्य महाराष्ट्र में ही उस वायरस के संक्रमित लोगों की संख्या ज़्यादा हो गई है। पूरे देश की तो बात ही दूर है। 24 घंटे में 3007 संक्रमण के नये मामले आने के बाद राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 85 हज़ार 975 हो गई है और 3000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। चीन में अब तक 83 हज़ार 36 संक्रमण के मामले आए हैं। 

ताज़ा ख़बरें

अब जहाँ तक भारत की बात है तो चीन से तो भारत कब का आगे निकल चुका है। अब तो भारत दुनिया के सबसे ज़्यादा प्रभावित देशों में पाँचवें स्थान पर आ गया है। भारत ने अब उस स्पेन को पीछे छोड़ दिया है जो एक समय यूरोप में कोरोना संक्रमण का केंद्र था। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी एंड मेडिसिन के अनुसार, भारत में संक्रमित होने वालों की संख्या 2 लाख 57 हज़ार से ज़्यादा हो गई है जबकि स्पेन में संक्रमण का मामला क़रीब 2 लाख 41 हज़ार ही है। शनिवार को ही भारत सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले में इटली से भी आगे निकल कर छठे स्थान पर आ गया था। भारत में लगातार तीन दिन से हर रोज़ 9 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आ रहे हैं। 

हालाँकि कई राज्यों में तेज़ी से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी भी सबसे ज़्यादा संक्रमण से मामले महाराष्ट्र से ही आए हैं। महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु में 31 हज़ार 667 पॉजिटिव मामले आए हैं और 269 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में 27 हज़ार 654 संक्रमण के मामले आए हैं और 761 लोगों की मौत हो चुकी है। गुजरात में 19 हज़ार 592 संक्रमण के मामले आए हैं और 1219 लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में 433 नये मामले आने के साथ ही राज्य में 10 हज़ार 536 मामले हो चुके हैं। राजस्थान में भी संक्रमण का मामला 10 हज़ार के पार पहुँच गया है। 

महाराष्ट्र से और ख़बरें

बता दें कि चीन का वुहान ही वह शहर है जहाँ से कोरोना वायरस का पहला मामला पिछले साल दिसंबर में आया था। इसके बाद वहाँ संक्रमण तेज़ी से फैला और कुछ ही दिनों में वहाँ अफरा तफरी मच गई। सख़्ती से लॉकडाउन किया गया और अप्रैल महीने तक चीन ने कोरोना संक्रमण को काफ़ी हद तक काबू कर लिया। लेकिन दुनिया के दूसरे देशों में यह काबू नहीं हुआ। भारत में भी नहीं। अब भारत के राज्यों में ही स्थिति इतनी ख़राब हो गई है कि एक राज्य में तो चीन से भी ज़्यादा संक्रमण के मामले आ चुके हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें