loader

देशमुख की तरह मुझे भी झूठे मामले में फंसाने की हो रही कोशिश: मलिक

महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि जब से उन्होंने मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में बोलना शुरू किया है, उन्हें झूठे मामले में फंसाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा है कि वे इसकी शिकायत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से करेंगे। 

मलिक ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर कहा कि कुछ अनजान लोग उनका और उनके परिवार का पीछा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब वे दुबई गए थे तो कुछ लोगों ने दो लोगों को एक कार में पकड़ा, ये लोग तसवीरें ले रहे थे। इनमें से एक शख़्स मेरे ख़िलाफ़ सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म कू पर कुछ लिख रहा था। मैं जब भी कहीं दस्तावेज़ जमा कराने जाता हूं, ये शख़्स वहां दिखाई देता है।” 

मलिक ने कहा कि वे इस मामले की शिकायत मुंबई पुलिस के कमिश्नर से करेंगे और कहेंगे कि इस बात का पता लगाएं कि इस साज़िश के पीछे कौन है। एनसीपी नेता ने कहा है कि उनके पास सुबूत हैं और वे जल्द ही इन्हें सामने रखेंगे। 

ताज़ा ख़बरें
मलिक ने शुक्रवार को कुछ फ़ोटो ट्वीट कर कहा था गाड़ी में बैठे ये लोग उनके स्कूल और घर की रेकी कर रहे हैं। मलिक का कहना है कि यह सब उन्हें किसी झूठे मामले में फंसाने के लिए किया जा रहा है, ठीक उसी तरह जिस तरह पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को फंसाया गया। 
महाराष्ट्र से और ख़बरें

बता दें कि अनिल देशमुख मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर इन दिनों जेल में हैं। मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए वसूली के आरोपों के बाद से ही ईडी और सीबीआई अनिल देशमुख के ख़िलाफ़ जांच कर रही हैं।

मलिक ने कहा कि वह इसकी शिकायत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से करेंगे। मलिक आर्यन ख़ान क्रूज ड्रग्स मामले को लेकर एनसीबी के अफ़सर समीर वानखेड़े पर हमलावर रहे हैं। 

मलिक लगातार इस बात का दावा कर रहे हैं कि समीर वानखेड़े मुसलिम हैं। मलिक का कहना है कि मुसलिम होने के बावजूद वानखेड़े ने फर्जीवाड़ा कर दलित कोटे से सरकारी नौकरी हासिल की। हालांकि समीर वानखेड़े और उनके परिवार ने मलिक के दावों और आरोपों को पूरी तरह ग़लत बताया है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें