क्या कॉर्डेलिया क्रूज पर एनसीबी की छापेमारी मामले में बीजेपी फँस गई है? महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने अब बीजेपी के कार्यकर्ता केपी गोसावी और मनीष भानुशाली के नये वीडियो जारी कर बीजेपी पर हमले तेज कर दिए हैं। उन्होंने इस वीडियो से यह सवाल खड़े करने की कोशिश की है कि क्या क्रूज पार्टी मामले में एनसीबी की कार्रवाई बीजेपी नेताओं के इशारे पर की गई और क्या किसी को जानबूझकर फँसाने के लिए यह सब किया गया। तो क्या इसके पीछे राजनीतिक साज़िश है?
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बीजेपी से जुड़े केपी गोसावी और प्राइवेट डिटेक्टिव मनीष भानुशाली का वह वीडियो ट्वीट किया है जिसमें दोनों एक सफेद गाड़ी से उतरकर एनसीबी कार्यालय में घुसते हैं। उन्होंने ट्वीट में लिखा है, 'किरण पी गोसावी और मनीष भानुशाली का उसी रात एनसीबी कार्यालय में प्रवेश करने का यह वीडियो है जिस रात क्रूज जहाज पर छापा मारा गया था।'
Here’s the video of Kiran P Gosavi and Manish Bhanushali entering the NCB office the same night the cruise ship was raided. pic.twitter.com/25yl9YsrSJ
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) October 6, 2021
इसके अलावा एक अन्य ट्वीट में वह एनसीबी के बयानों में अनियमितता की ओर इशारा कर एजेंसी के मंसूबों पर सवाल उठाते हैं। उन्होंने एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के बयान वाले वीडियो को ट्वीट कर पूछा है, 'समीर वानखेड़े का बयान है जिसमें उन्होंने कहा कि आठ से 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है... जबकि आठ को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें यक़ीन क्यों नहीं था? क्या उनका इरादा दो और लोगों को फंसाने का था?'
Sameer Wankhede's statement where he said 8 to 10 people have been arrested by the NCB, while 8 people were arrested.
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) October 7, 2021
Why was he not sure about the number of arrests?
Did they have an intention to frame 2 more people? pic.twitter.com/28A8uoXUui
वैसे, एनसीबी के दूसरे बयानों में भी अनियमितता को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। ये बयान तब आए थे जब बुधवार को एनसीपी ने आरोप लगाया कि आर्यन खान और अरबाज़ मर्चेंट को गिरफ़्तारी के बाद एनसीबी दफ़्तर ले जाते वक़्त जिन लोगों की तसवीर वायरल हुई थी, वे बीजेपी के कार्यकर्ता केपी गोसावी और मनीष भानुशाली हैं।
इस पर एनसीबी ने कहा है कि गोसावी और भानुशाली को एजेंसी के स्वतंत्र गवाह के तौर पर पेश किया गया है। इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर कहते हैं कि 'मनीष भानुशाली ख़ुद को इनफ़ॉर्मर बताते हैं, ऐसे में गवाह हो या मुखबिर, क्या वो आरोपियों को पकड़ कर ला सकते हैं?'
मनीष भानुशाली
— Milind Khandekar (@milindkhandekar) October 7, 2021
NCB ने कहा कि मनीष भानुशाली गवाह/पंच है
मनीष भानुशाली ख़ुद को इनफॉर्मर बताते हैं.
गवाह हो या मुखबिर क्या वो आरोपियों को पकड़ कर ला सकते है?pic.twitter.com/meF9GGexnF
एक दिन पहले ही एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मांग की थी कि एनसीबी को खुलासा करना चाहिए कि गोसावी और भानुशाली से इस एजेंसी के क्या संबंध हैं। नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि आर्यन ख़ान को बीजेपी इसलिए आरोपी बनाना चाहती थी जिससे कि वह उनके पिता शाहरुख ख़ान पर हमले कर सके। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार एनसीबी के दम पर महाराष्ट्र सरकार और फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने का काम कर रही है।
बता दें कि हाल ही में केपी गोसावी की आर्यन खान के साथ एक सेल्फी चर्चा का विषय बनी हुई थी जिसके बाद एनसीबी के डीजी ने साफ़ किया था कि आर्यन खान के साथ सेल्फी लेने वाला एनसीबी का अधिकारी नहीं था। ऐसे में सवाल उठ रहा था कि आर्यन खान को एस्कॉर्ट करने के दौरान उनके साथ वह व्यक्ति आख़िर कौन था।
नवाब मलिक ने इस बात का खुलासा किया कि आर्यन खान को एस्कॉर्ट करके ले जाने वाला शख्स बीजेपी का कार्यकर्ता केपी गोसावी था। जबकि मनीष भानुशाली अरबाज़ मर्चेन्ट को एस्कॉर्ट कर ले जा रहा था।
मलिक ने बताया कि भानुशाली ने सोशल मीडिया पर जो प्रोफाइल पिक्चर लगायी है, उसमें वह खुद को बीजेपी का उपाध्यक्ष बताता है। मलिक ने कहा कि केपी गोसावी बहुत बड़ा जालसाज है। वह खुद को प्राइवेट डिटेक्टिव बताता है जबकि उसके ख़िलाफ़ पुणे में फर्जीवाड़े का एक केस दर्ज है।
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