Mumbai: Devendra Fadnavis submits his resignation to Governor Bhagat Singh Koshyari #Maharashtra. pic.twitter.com/0oGLYJ7qrN
— ANI (@ANI) November 26, 2019
23 नवंबर को तड़के देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर जो अप्रत्याशित धमाका किया था आज उससे बड़ा धमाका सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दोनों नेताओं के इस्तीफ़ा देने से हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक़, बुधवार को 5 बजे से पहले देवेंद्र फडणवीस को अपना बहुमत साबित करना था लेकिन उससे पहले ही उन्होंने हार स्वीकार कर ली।
अजीत पवार को मनाने के लिए मंगलवार सुबह से ही सुप्रिया सुले के पति सदानंद सुले उनके साथ ट्राईडेंट होटल में थे। अजीत पवार को मनाने की कोशिशें पिछले दो दिनों से चल रही थीं और उसमें एक बात यह निकल कर आयी थी कि एक बार शरद पवार और सुप्रिया सुले की मीटिंग अजीत पवार से करा दी जाए। यह काम सदानंद सुले ने किया। उन्होंने शरद पवार की पत्नी प्रतिभा पवार से अजीत पवार की मुलाक़ात कराई। बताया जाता है कि प्रतिभा पवार की किसी भी बात को अजीत पवार नहीं टालते हैं और उनका विशेष सम्मान करते हैं।
अजीत पवार ने रखी थी शर्त
प्रतिभा पवार से मीटिंग होने के बाद अजीत पवार ने एक शर्त रखी थी कि वह वापस आयेंगे लेकिन सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेंगे। इस शर्त के बाद शरद पवार और सुप्रिया सुले उनसे मिले और इस फ़ैसले को अंतिम रूप दिया और थोड़ी देर बाद अजीत पवार ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया।
अजीत पवार के इस फ़ैसले पर बीजेपी नेताओं की भी नजर थी और जैसे ही पवार के निर्णय की उन्हें जानकारी मिली उन्होंने दिल्ली में हाई कमान को सूचित किया। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस पर तुरंत चर्चा की और अपना निर्णय देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र के नेताओं को बता दिया।
इससे पहले सुबह ट्राईडेंट होटल में एनसीपी नेताओं से मुलाक़ात के बाद अजित पवार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलने उनके सरकारी आवास वर्षा गए थे और वहां उन्होंने अपना इस्तीफ़ा फडणवीस को सौंप दिया था। एनसीपी नेताओं और देवेंद्र फडणवीस से मुलाक़ात के बाद अजित पवार अपने भाई श्रीनिवास पवार के घर गए थे।
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