मुंबई के मनसुख हिरेन मौत मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के पूर्व हेड और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे से मुंबई एटीएस ने करीब 10 घंटे तक पूछताछ की है।
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले एक साल से आत्महत्याओं पर बहस का दौर शुरू है। सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद से लेकर मनसुख हिरेन की मौत तक एक पहेली ही बनी हुई है।
देश के सबसे बड़े कारोबारी मुकेश अंबानी के घर के बाहर से विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो कार की जाँच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी यानी एनआईए ने शुरू कर दी है। दिल्ली से मंगलवार को एनआईए की एक टीम मुंबई पहुँच गयी थी।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि मनसुख हिरेन की मौत की जाँच पूरी होने तक सचिन वझे को मुंबई पुलिस की अपराध ख़ुफ़िया ईकाई से हटा दिया गया है।
पिछले दिनों जब देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटों से भरी एक एसयूवी मिली तो चिंता की रेखाएँ हर तरफ़ दिखी थीं। 12 साल पहले मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी के साथ भी ऐसी ही घटना हुई थी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में आरोप लगाया कि क्राइम ब्रांच के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के प्रमुख सचिन वजे ने कथित तौर पर मनसुख हिरेन की हत्या में शामिल थे और उनको गिरफ़्तार किया जाए।
केंद्र सरकार ने जहाँ मुकेश अंबानी के घर के बाहर स्कॉर्पियो कार में मिले विस्फोटक की जाँच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी यानी एनआईए से कराने का फ़ैसला किया है, वंही महाराष्ट्र सरकार स्कॉर्पियो कार मालिक मनसुख हिरन मौत मामले की जाँच महाराष्ट्र एटीएस से कराने पर कायम है।
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत के बाद सामने आए ड्रग्स कनेक्शन केस में शुक्रवार को महाराष्ट्र की नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मुंबई की सेशन कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
आयकर विभाग की जांच में यह बात भी सामने आई है कि फैंटम कंपनी पिछले 5 साल में 300 करोड़ के लेनदेन के बारे में पुख्ता जानकारी देने में नाकाम रही है जिसके चलते विभाग का शक और बढ़ता जा रहा है।