loader

तापसी-अनुराग पर शिकंजा कस रहे आयकर विभाग के अफ़सर

आयकर विभाग के अफ़सरों ने बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू और फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप से गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भी पूछताछ की। दोनों से पुणे के एक पांच सितारा होटल में कई घंटों तक पूछताछ की गई। 

आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक़, अफ़सरों ने अनुराग और तापसी से एक ही कमरे में पूछताछ की। इस बीच आयकर विभाग के अफ़सरों ने अनुराग और तापसी के फोन अपने कब्जे में ले लिए थे। अनुराग और तापसी के ठिकानों पर जो रेड डाली गई है, वह अगले तीन-चार दिनों तक चल सकती है। अफ़सरों को सुबूत इकट्ठा करने में समय लग रहा है क्योंकि टैक्स से संबंधित ज्यादातर कागजात लैपटॉप और मेल में हैं। यही कारण है कि इसमें जरूरत से ज्यादा वक्त लग रहा है।

ताज़ा ख़बरें

फैंटम ने किया था भुगतान

अफ़सर अनुराग कश्यप से दो साल पहले खरीदे गए नए घर के बारे में जानकारी चाहते हैं। दरअसल, अफ़सरों को जानकारी मिली थी कि अनुराग ने फैंटम कंपनी छोड़ने के बाद एक नया घर खरीदा था जिसके लिए फैंटम कंपनी ने 20 करोड़ का भुगतान किया था। आयकर विभाग के अफ़सर इसी बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिरकार जब अनुराग ने फैंटम कंपनी छोड़ दी थी तो फिर फैंटम कंपनी ने अनुराग के घर का भुगतान क्यों किया। 

विभाग की एक टीम फैंटम कंपनी की साल 2017 से 2020 की बैलेंस शीट और अनुराग के आईटी रिटर्न की तफ्तीश कर रही है कि क्या अनुराग ने घर खरीदते वक्त अपने आईटीआर में 20 करोड़ रुपये दिखाए थे या नहीं। 

आयकर विभाग के अफ़सर इस बात की भी जानकारी इकट्ठा करने में जुटे हुए हैं कि जब कोई कंपनी घाटे में चल रही थी तो अनुराग ने फैंटम कंपनी को अपने शेयर प्रीमियम शेयर के तौर पर कैसे बेचे थे। 

आयकर विभाग की जांच में यह बात भी सामने आई है कि फैंटम कंपनी पिछले 5 साल में 300 करोड़ के लेनदेन के बारे में पुख्ता जानकारी देने में नाकाम रही है जिसके चलते विभाग का शक और बढ़ता जा रहा है।

फैंटम ने क्यों चुकाया बिल

आयकर विभाग को तापसी पन्नू के लेन-देन के बारे में भी पता लगा है। दरअसल, तापसी ने अपने घर के इंटीरियर का काम कराया था लेकिन उसका पेमेंट भी फैंटम कंपनी ने किया था। आयकर विभाग के अफ़सर तापसी से यही जानना चाहते हैं कि आखिर उनके घर के इंटीरियर के बिल का भुगतान फैंटम कंपनी ने क्यों किया। 

देखिए, इस विषय पर चर्चा- 
विभाग की जांच में यह बात भी सामने आई है कि तापसी पन्नू ने KWAN टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी से 5 करोड़ रुपये कैश में लिए थे जिसकी रसीद विभाग के अफ़सरों को कंपनी से जब्त किए गए कागजातों से मिली है। यही कारण है कि तापसी से आयकर विभाग के अफ़सर लगातार पूछताछ कर रहे हैं।
महाराष्ट्र से और ख़बरें
जांच में यह भी पता चला है कि KWAN टैलेंट मैनेजमेंट कंपनी की बैलेंस शीट और लेन-देन में भी अंतर आ रहा है। यही कारण है कि फैंटम की प्रोड्यूसर मधु मंटेना से भी पूछताछ चल रही है। आयकर विभाग के एक अफ़सर का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से भी की जा रही है क्योंकि कुछ ऐसे तथ्य सामने आए हैं कि कंपनी ने कई लोगों को बगैर किसी काम के पैसों का भुगतान किया है। 
आयकर विभाग अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू, मधु मंटेना और विकास बहल के पिछले दो साल की वॉट्सऐप चैट का भी बैक अप निकाल रहा है ताकि ये पता लग सके कि अगर इनके बीच कोई लेन-देन हुआ है तो उसका पता मिल सके।
बता दें कि बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू, फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप समेत फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कुछ लोगों और उनसे संबंधित कंपनियों पर बुधवार को आयकर विभाग की रेड पड़ी थी। तलाशी के दौरान आयकर विभाग के अफ़सरों ने कई कागजात, लैपटॉप समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की थी। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की ये कार्रवाई अगले तीन-चार दिन तक चलने की बात कही जा रही है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
सोमदत्त शर्मा

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें