देश भर में जारी लॉकडाउन के बीच डीएचएफ़एल कंपनी के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन को महाराष्ट्र के महाबलेश्वर स्थित अपने फ़ॉर्महाउस पर जाने की अनुमति दे दी गयी।
कोरोना वायरस को लेकर महाराष्ट्र में अब राजनीति गरमाने लगी है। प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले में भारतीय जनता पार्टी और केंद्रीय गृह मंत्री पर सीधा निशाना साधा है।
जिस महाराष्ट्र के मुंबई में दो दिन पहले कोरोना से मरने वाले लोगों के दफनाने पर विवाद हुआ था वहीं अब मुसलिम व्यक्ति की मौत कब्रिस्तान में दफनाने नहीं दिया गया तो दाह संस्कार करना पड़ा।
एशिया के सबसे बड़े स्लम एरिया में से एक मुंबई के धारावी में एक व्यक्ति में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जबकि उस घर में रहने वाले सभी सात लोगों को क्वरेंटाइन किया गया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए मुंबई में एक दिन में दो बार नियमों में बदलाव किया गया। पहली बार जब आदेश निकाला गया तो भारी विवाद हो गया और फिर इसे वापस लेकर दोबारा नया आदेश जारी करना पड़ा।
लॉकडाउन की घोषणा तो हो गई लेकिन देश की एक बड़ी जनसंख्या जो रोज़ कमाने -रोज़ खाने जैसे हालात में जीवन बसर करने के लिए मजबूर है, उसका क्या होगा? काम-धंधे बंद हैं, कमाई का कोई ज़रिया नहीं, ऐसे में ये लोग अपना पेट कैसे भरेंगे?