बहुत ही तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से परेशान महाराष्ट्र सरकार एक बार फिर लॉकडाउन के बारे में गंभीरता से सोच रही है। कोरोना पर बने टास्कफ़ोर्स की बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अब लॉकडाउन की तैयारी करें।
रविवार को हुई टास्कफ़ोर्स की बैठक में संबंधित अधिकारियों ने इस पर चिंता जताई कि कोरोना से जुड़े दिशा-निर्देशों का ठीक से पालन नहीं हो रहा है। संक्रमण की रफ़्तार पर चिंता जताते हुए टास्कफ़ोर्स के लोगों ने कहा कि इससे मरीजों के इलाज की सुविधा पर बुरा असर पड़ सकता है, जो चिंता का विषय है।
यह भी चिंता का सबब है कि कोरोना से मौतों के आँकड़े भी बढ़ सकते हैं। सरकार ने मंत्रालय और सरकारी कार्यालयों में आम जनता के प्रवेश पर पाबंदी का निर्देश भी दिया है।
दिशा-निर्देशों का पालन नहीं
इस बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजेश टोपे, मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, टॉस्कफोर्स से जुड़े वरिष्ठ डॉक्टर और सरकार के बड़े अधिकारी मौजूद थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर लोग कोरोना दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं, तो ऐसे में राज्य लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा है। प्रधान स्वास्थ्य सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने कहा कि फ़िलहाल 3 लाख 75 हज़ार आइसोलेशन बेड में से 1 लाख 7 हज़ार भरे जा चुके हैं।
महाराष्ट्र में रिकॉर्ड संक्रमण
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले आए हैं। शुक्रवार को 24 घंटों में 36,902 मामले आए। मुंबई में भी लगातार तीसरे दिन 5 हज़ार से ज़्यादा संक्रमण के मामले आए और यह आंकड़ा 5,515 रहा। राज्य में यह कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर है और हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने पूरे राज्य में रात के कर्फ्यू की घोषणा की है। सभी मॉल्स रात आठ बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक बंद रहेंगे। बीते तीन दिन में 1 लाख से ज़्यादा मामले आ चुके हैं।
दूसरी जगह भी बढ़ रहा है संक्रमण
महाराष्ट्र के अलावा पंजाब और गुजरात में भी संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। पंजाब में बीते 24 घंटों में संक्रमण के 3,176 मामले सामने आए और 59 लोगों की मौत हुई है। पंजाब में पहली बार 3 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आए हैं। गुजरात में 2,190 नए मामले सामने आए और बीते कई दिनों से संक्रमण के मामले रफ़्तार पकड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ में 2,665 मामले हैं सामने आए हैं जो बीते साल 15 अक्टूबर के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है। कर्नाटक में 2,566 नए मामले आए हैं और यह पिछले साल 11 नवंबर के बाद सबसे ज़्यादा है।
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